यमुनानगर में राहगिरी कार्यक्रम फीका पड़ता आया नजर

ख़बरें अभी तक। राहगिरी एक सुबह खुशियों की जनता को तनाव मुक्त करने के लिए चलाया गया कार्यक्रम अब कुछ ऐसा होता जा रहा है कि राहगीरी की राहों में जनता कहीं भी दिखाई नहीं दे रही। हर बार की तरह होने वाला राहगिरी कार्यक्रम यमुनानगर में इस बार भी फीका नजर आया हालांकि इस कार्यक्रम में यमुनानगर के एमएलए घनश्याम दास अरोड़ा डीसी एसपी समेत अधिकारी जरूर नजर आए। लेकिन जिस आम जनता के लिए यह राहगीरी कार्यक्रम की शुरुआत की गई है वह कहीं ना कहीं उस से दूर होती दिखाई दे रही है।

राहगीरी जनता को तनाव मुक्त करने और अधिकारियों के बीच आम जनता को तालमेल बढ़ाने के लिए शुरू किया गया था लेकिन शुरुआती जो कार्यक्रम आयोजन हुए थे उसकी तुलना में अब राहगिरी का कार्यक्रम फीका होता हुआ दिखाई दे रहा है। राहगीरी कार्यक्रम में आज भी कुछ बच्चों ने अपनी प्रतिभा का अपना हुनर दिखाया तो वहीं जुंबा डांस ने वहां मौजूद लोगों को नचाया। लेकिन वहीं खेल प्रतिस्पर्धा जो राहगीरी के कार्यक्रम में दूर सड़क तक दिखाई देती थी वो महज़ कुछ जगह तक सिमट गई।

सरकार द्वारा शुरू किया गया कार्यक्रम महज एक खानापूर्ति लग रहा है। जिन पुलिस अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है वह इस कार्यक्रम में नजर आए लेकिन जिस जनता के लिए यह कार्यक्रम बनाया गया है वह इसमें कहीं नहीं दिखाई दे रही। इस कार्यक्रम में एमएलए यमुना नगर डीसी गिरीश अरोड़ा एसपी कुलदीप यादव डीएसपी राजकुमार वालिया एसडीएम भारत भूषण कौशिक समेत कई अधिकारी थे। राहगीरी में अपना हुनर दिखाने वाले प्रतिभागियों को मेडल देकर सम्मानित किया गया।

यमुनानगर में हर राहगीरी के कार्यक्रमों का मंच संचालन करने वाले अभिमन्यु ने कहा कि पहले से कम लोग दिखाई दे रहे हैं यह बात मैं भी मानता हूं इसकी वजह यह है कि बहुत कम समय में उन्हें बताया जाता है अगर समय से इस कार्यक्रम के बारे में बता दिया जाए तो शायद और ज्यादा लोग इस से जुड़ पाए अचानक से कार्यक्रम का 1 दिन पहले पता लगने के बाद पूरे तरीके से तैयारी नहीं हो पाती।

वहीं समय पर अगर लोगों को और आम जनता को भी इसकी जानकारी दी जाए तो राहगीरी का कार्यक्रम और बेहतर हो पाए और ज्यादा से ज्यादा लोग और बच्चे इस से जुड़ पाए। अभिमन्यु ने कहा कि इस रागिनी कार्यक्रम में खेल प्रतिस्पर्धाओं के साथ साथ डांस और अन्य प्रतिभाओं को भी बच्चे मंच पर दिखाते हैं डांस भी कहीं ना कहीं फिटनेस का हिस्सा है लेकिन राहगीरी के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अगर कुछ समय पहले बताया जाए तो यह कार्यक्रम और बेहतर हो पाएगा।