बाढ़ की चपेट में आए दर्जनों गांव, किसानों की बढ़ी मुश्किलें

खबरें अभी तक। उत्तराखंड की पहाड़ियों पर लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है जिससे सारी छोटी बड़ी नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। जहां पहाड़ों की तलहटी में बसा बिजनौर जिला उत्तराखंड और यूपी की सीमा पर स्थित है। तो वहीं जनपद में पहाड़ों से उतरने वाली गंगा, रामगंगा, मालन, खो ,रवासन, नचना, बनैली, गांगन, सुखरो और धारा सहित सत्रह छोटी बड़ी नदियां है जो पहाड़ों से आती हैं और बिजनौर से होकर निकलती है। बिजनौर में हर साल दर्जनों गांव जबरदस्त बाढ से जूझते आ रहे है। जिससे ग्रामीणों के सामने खाने पीने और रहने की समस्या खडी हो जाती है।

इतना ही नहीं इनके पालतू पशुओं के लिये भी चारे की समस्या पैदा हो जाती है। उधर धामपुर के भाजपा विधायक अशोक राणा ने प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ को क्षेत्र की समस्या से अवगत कराया। और क्षेत्र की जनता का दर्द जानने के लिए विधायक जी भैसा बुग्गी पर सवार होकर निकल पड़े नदियों से हुए नुकसान को देखने। विधायक जी ने घंटों तक भैसा बुग्गी में बैठ कर जंगल और नदियों के खादर क्षेत्र के कीचड़ भरे रास्तों पर सफर किया और बारिश में भी पीछे नही हटे।

उधर विधायक के साथ क्षेत्र के सैंकड़ों ग्रामीण भी जंगलों में भटकते रहे। और उन्होंने अपनी समस्याओं से विधायक जी को अवगत कराया। वहीं कई गावों का दौरा कर रहे विधायक अशोक राणा का कहना है। कि उनके क्षेत्र की जनता उनके लिए सर्वोपरी है। जिसके लिए उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री को बाढ़ ग्रसित क्षेत्र के बारे में लिखा था। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में किसी की जान हानि नही हुई है। लेकिन नदियों में आयी बाढ़ से किसानों का नुकसान काफी हुआ है उनकी हजारों बीघा खेतों में खड़ी फसलें तबाह हो गयी है।

जिसके आलकन के लिए वे प्रशासनिक अधिकारियों के साथ क्षेत्र का दौरा खुद कर रहे है। विधायक अशोक राणा ने गांव गांव जाकर लोगों की परेशानियों को सुना और उसके शीघ्र निस्तारण के लिए सम्बधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए।