उत्तर प्रदेश: गंगा का जलस्तर बढ़ने से गांवों का संर्पक टूटा

ख़बरें अभी तक। यूपी के आलावा कई राज्यों में नदियां उफान पर है जिसके कारण कई लोगों के घरों में नदियों का पानी पहुंच रहा है तो कहीं एक गांव से दूसरे गांव का जनसम्पर्क भी टूट चुका है यूपी के संभल भी कुछ इसी तरह की स्थिति है जहां गंगा का जल स्तर बढ़ने से गांवों का संपर्क टूट चूका है लोग गांव में ही घूमने के लिए नाव का इस्तेमाल कर रहे है ऐसे में जिले के नए जिलाधिकारी ने बाढ़ प्रभावित जगहों का निरिक्षण किया और अलर्ट रहने का आश्वासन दिया।

उत्तर प्रदेश के संभल में इन दिनों गंगा का जलस्तर बढ़ने से लोगों की मुसीबतें बढ़ गयी है बता दें कि गुन्नौर तहसील के लगभग 8 गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है लोग अपने घरों में कैद रहने को मजबूर है गुन्नौर तहसील का गांव रघुपुर पुख्ता में इन दिनों लोग बेहद परेशान है गंगा से सटे इस गांव में गंगा का पानी पहुंचने से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है किसानों की फसलें नष्ट हो गयी है और तो और स्कूलों में भी पानी भरने के कारण बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे है तस्वीरों में आप देख सकते है की किस तरह से लोग दूकान या दूसरे गॉव से राशन आदि लेने के लिए नाव का इस्तेमाल कर रहे है.

गंगा का जलस्तर बढ़ने से गंगा के पानी ने एक तरह से पूरे गांव को डुबो दिया है पानी लोगों के घरों तक पहुंच चुका है तो कहीं लोगों के पूरे के पूरे घर में ही पानी घुस गया है ऐसे में गंगा का विकराल रूप लोगों के लिए परेशानी बना हुआ है संभल जिले के नए जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने आज बाढ़ प्रभावित जगहों का निरिक्षण किया और गांव गांव जाकर लोगों को अलर्ट रहने को कहा जिलाधिकारी के साथ गांव में आपदा और स्वस्थ विभाग की टीम भी पहुंची.

जिलाधिकारी ने बताया की सभी लोगों को अलर्ट रहने को कहा गया है अगर कोई भयावर स्थिति होती है तो सभी लोगों को यहां से सुरक्षित जगह पर ले जाया जायेगा फिलहाल गंगा का अभी जलस्तर खतरे के निशान से दूर है अगर जलस्तर बढ़ता है तो ग्रामीणों की मदद के लिए प्रशासन हमेशा तैयार है वहीं आपको बतादें की नरौरा स्थित गंगा में अभी लगभग 2 लाख क्यूसेक पानी है अगर जलस्तर ढाई लाख क्यूसेक हुआ तो हालात चिंता जनक होंगे गंगा में खतरे का निसान 178.26 पर है और जलस्तर अभी 25 सेंटीमीटर नीचे है अगर 25 सेंटीमीटर जलस्तर बढ़ता है तो आस पास के 8 गांव बाढ़ के पानी के चपेट में आजायेंगे जिस तरह से 8 गांवों पर खतरा मंडरा रहा है इसके लिए प्रशासन भी बेहद अलर्ट है।