उजबेकिस्तान के बॉक्सर को हरा कर बॉक्सर अमित पंघाल ने लिया अपना बदला

ख़बरें अभी तक। अमित पंघाल ने उजबेकिस्तान के बॉक्सर को 3-2 से हरा कर देश को एक ओर गोल्ड मैडल दिला दिया। इस जीत पर जहां पूरे देश में खुशी की लहर है वहीं रोहतक जिले का गांव मायना भी फूला नहीं समा रहा है, क्योंकि अमित इसी गांव का रहना वाला। गांव वालों ने भी अमित के घर बैठ कर ही मैच का मजा लिया और जैसे विजेता घोषित किया गया, भारत माता की जय के नारों से पूर घर गूंज उठा, मिठाई बंटने लगी और महिलाएं नाचने लगी। पिता विजेंद्र, मां उषा व भाई अजय की खुशी का ठीकाना ना रहा। उन्होंने कहा कि अमित ने अपना बदला ले लिया और अब उसके घर आने का इंतजार है, ढोल नंगाड़ों के साथ अमित के स्वागत की तैयारी करने में जुट गए है।

सेना के जवान अमित पंघाल का आज 49 किलो वर्ग का बॉक्सिंग का फाईनल मैच उजबेकिस्तान के बॉक्सर के साथ था। जहां पूरे देश की निगाहे इस मैच पर थी, लेकिन मायना गांव में विजेंद्र सिंह के घर इस मैच को लेकर काफी तैयारियां की गई थी। क्योंकि उनका बेटा देश के लिए गोल्ड मैडल की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार था। सुबह ही एक बड़ी एलईडी लगा दि गई। गांव के लोगों के लिए घर के आंगन में कुर्सियां लगाई गई। जिस पर महिलाएं व पुरूष आकर बैठ गए। जैसे ही मैच शुरू हुआ अमित के हर पंच पर तालियों की गड़गडाहट सुनाई दे रही थी। हर कोई मैच में टकटकी लगाए हुए था। महिलाएं हाथ जोड़े प्रार्थना कर रही थी। आखिर व लम्हा आ गया। जब रैफरी ने अमित का हाथ उपर उठाकर विजेता घोषित किया तो सब खुशी के मारे उछल पड़े। भारत माता की जय के नारों से पूरा घर गूंज उठा, लड्डू बंटने लगे और महिलाओं ने नाचना शुरू कर दिया।

पिता विजेंद्र, मां उषा आज अपने बेटे की इस उपलब्धि पर उन्हें ही नहीं पूरे देश को खुशी है। कल ही अमित से उनकी बात हुई थी और विश्वास दिलाया था कि वह गोल्ड मैडल की लेकर लौटेगा और उसने अपना वायदा पूरा कर दिया। उन्होंने कहा कि अमित ने अपना बदला भी लिया है, क्योंकि इस बॉक्सर ने पिछले साथ विश्व चैंपियनशीप में अमित को हर दिया था। अब वे अमित के आने का इंतजार कर रहे हैं और धूमधाम से उसका स्वागत किया जाएगा और उन्हें पूरी उम्मीद है कि ऑलम्पिक में भी अमित गोल्ड ही लेकर लौटेगा। भाई अजय भी सेना में है और बॉक्सिंग करता है, अजय ने कहा कि इस दिन का वे एक साल से इंतजार कर रहे थे। क्योंकि वहीं बॉक्सर सामने था, जिसने विश्व चैंपियनशीप में अमित का सपना तोड़ दिया। लेकिन आज अमित ने दिखा दिया कि उसमें दम है। अब तो ऑलम्पिक का इंतजार है। उसके लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी जाएगी।