गरीबों के लिए मुसीबत का पहाड़ बनी मूसलाधार बारिश ने सरकार के दावों की भी खली पोल

खबरें अभी तक। बिजनौर के नजीबाबाद मंडावली के क्षेत्र में मूसलाधार बारिश और सर पर कोई साया नहीं अंदाजा लगाइये कैसी कटी होगी उनकी रात। जी हां गरीबों के लिए मुसीबत की आफत लेकर आई बरसात।

मामला मंडावली के मिर्जापुर सैंद भुड्डि का है। जहां एक परिवार गरीबी का बोझ झेल रहा है। शायद गरीबों के लिए कोई सरकारी योजना है ही नहीं जिसके पास देने को रुपये नहीं या उसकी सिफारिश करने वाले कोई न हो तो पात्र होते हुए भी योजना का लाभ न मिले तो क्या कहेंगे। मिर्जापुर का ये परिवार सरकार के हर सर को छत देने के दावे की पोल खोल रहा है। गुरुवार की रात को जब मूसलाधार बारिश पड़ रही थी। जिस बारिश ने पक्के घरों को भी टपकने पर मजबूर कर दिया। उस बारिश में मिर्जापुर सैद भुड्डि का एक गरीब परिवार बारिश में भीग रहा था। रात में इसरार के छप्पर में पानी भर गया कपड़े चारपाई सब पानी में डूब गई छप्पर उड़ने लगा।

वहीं दूसरे भाई खुर्शीद के छप्पर की दीवार गिर गई। जिसमें उसकी पुत्रवधू व पोता दब गया किसी तरह सबने उन्हें निकाला और मजबूर लाचार रातभर इसी तरह पूरे परिवार को लिये बरसात में भीगते रहे और सुबह होने का इंतजार करते रहें बारिश की ये रात कितनी लम्बी हुई इस परिवार से पूछो सुबह होने पर ग्राम प्रधान ने उनकी सुध ली और मकान दिलाने का आश्वासन दिया। मगर सरकारी तंत्र से एक सवाल की सरकार से गरीबों के लिये मकान बनवाए जा रहे हैं मकान उन लोगों के भी बन रहे हैं जिनके पास पहले से मकान हैं किसी किसी के दो दो बार मकान बन गये है। मगर क्या पहले इस तरह के लोगों के मकान नहीं बननें चाहिये जिनको  मकान की बहुत सख्त जरूरत हैं।