शिक्षा विभाग की खुली पोल, छात्रों को पढ़ाने में अध्यापिका समझती है अपनी तौहीन

खबरें अभी तक। बाराबंकी में शिक्षा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही की पोल खोलने वाला मामला सामने आया है। मामला बनीकोडर ब्लॉक इलाके के सिल्हौर प्राथमिक विद्यालय का है। जहां तैनात अध्यापिका कुसुम विद्यालय के छात्रों को पढ़ाने में अपनी तौहीन समझती है। लिहाज़ा मैडम जी महीने भर में सिर्फ एक बार आकर हाजिरी रजिस्टर पर भर जाती है। और छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए अपने बदले सिल्हौर गांव की ही एक लड़की रोहिणी को बतौर प्राइवेट टीचर तैनात कर रखा है। और पढ़ाने के एवज में रोहिणी को दो हज़ार रुपये महीना मेहनताना के तौर पर भुगतान भी करती है।

इतना ही नही सिल्हौर प्राथमिक विद्यालय में एक तरफ जहां अध्यापिका नदारद रहती है। तो वहीं यहां पढ़ने आने वाले छात्रों के हाथों में झाड़ू थमा कर उनसे स्कूल परिसर की साफ सफाई के लिए मजबूर किया जाता। शिक्षा के मन्दिर में देश के भविष्य के साथ हो रहे इस खिलवाड़ के बाबत जब बाराबंकी के बेसिक शिक्षा अधिकारी विनय कुमार से सवाल किया गया तो वो बनीकोडर ब्लॉक के खण्ड शिक्षा अधिकारी से मामले की जांच कराने के बाद कार्रवाई की बात कर रहे हैं।