अब अपने लोन के लिए ठोस कदम उठाने की जुगत में है बैंक

खबरें अभी तक। भारतीय रिजर्व  बैंक की तरफ 28 बड़े एनपीए खातों का निपटान करने के लिए 31 दिसंबर तक दी गई समय सीमा खत्म हो चुकी है. अब बैंक इन 28 बैड लोन के खातों में से 24 के खिलाफ बैंक राष्ट्रीय कंपनी  विधि न्यायाधिकरण (NCLT) के पास भेजने की तैयारी में हैं. बैंक इनके खिलाफ अब दिवाला प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं.

भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले साल अगस्त में बैंकों को 28 बड़े गैर निष्पादित आस्तियों (एनपीए) वाले खातों से निपटने के लिए बैंकों से कहा था. केंद्रीय बैंक ने इसके लिए 31 दिसंबर तक का समय दिया था. बता दें कि 4 लाख करोड़ रुपये के एनपीए में से 40 फीसदी इन खातों पर बकाया है.एक वरिष्ठ बैंकर ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में बताया कि एनरक एल्यूमीनियम , जयसवाल नीको इंडस्ट्रीज, सोमा एंटरप्राइजेज और जयप्रकाश एसोसिएट्स को फिलहाल इसमें शामिल नहीं किया गया है. इनको छोड़कर अन्य सभी खातों को निपटान के लिए एनसीएलटी के पास भेजा जाएगा.

एसबीआई  के 12 डिफॉल्टर्स-

बैड लोन खातों की दूसरी लिस्ट में शामिल इन 28 डिफॉल्टर्स  में से 12 एसबीआई के हैं. इसमें वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज  भी शामिल है. अब एसबीआई ने सभी खातों के ख‍िलाफ दिवालिया प्रक्र‍िया शुरू करने के लिए इन्हें एनसीएलटी भेजने की तैयारी कर रहा है.

वीडियोकॉन के अलावा वीजा स्टील, मोनेट पावर, उत्तम स्टील, एस्सार प्रोजेक्ट्स, वीडियोकॉन टेलीकॉम, जायसवाल नेको और जय बालाजी को आज से एनसीएसटी रेफर करने की शुरुआत कर सकता है.

दरअसल भारतीय रिजर्व बैंक ने 31 दिसंबर की डेडलाइन को आगे बढ़ाने से इनकार कर दिया है. इसकी वजह से बैंकों के पास इनके ख‍िलाफ दिवाला प्रक्र‍िया शुरू करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है. एनसीएलटी मंगलवार से इन मामलों को लेकर सुनवाई  शुरू कर सकता है.