जौनपुर: प्रेमिका से मिलने पहुंचे प्रेमी की पड़ोसियों ने की जमकर पिटाई

खबरें अभी तक। जौनपुर में प्रेमिका से मिलने पहुंचे प्रेमी की जमकर पिटाई की गयी। पड़ोसियों ने प्रेमी की सुचना प्रेमिका के घर वालों को दी। प्रेमिका के घर वालों ने प्रेमी के पिटाई के बाद सुचना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंच प्रेमिका के घर से प्रेमी समेत उसके चार दोस्तों को हिरासत में लेकर कोतवाली ले आयी। प्रेमी को कोतवाली में पहुंचने की भनक नाबालिक प्रेमिका को लगी तो वह थाने में पहुंच प्रेमी के साथ शादी करने के जिद पर अड़ी रही। प्रेमी व उसके साथियों की भनक लगते ही थाने मे भीड़ इकठ्ठी हो गयी। स्थानीय सफेदपोश नेताओं के साथ  पुलिस ने प्रेमिका व उसके परिजनों पर दबाव बना कर मामले को रफादफा करा दिया गया । प्रेमिका के शरीर पर गहरे चोट के निशान भी हैं।

प्यार जब परवान चढ़ता है तो वो सामाजिक बंधन, लोकलज्जा, जाति-धर्म सब कुछ भूल जाता है और ऐसे में प्यार करने वाले कुछ भी कर गुजरने के लिए तैयार रहते हैं। कुछ ऐसा ही देखने को मिला जौनपुर के शाहगंज में एक नाबालिग प्रेमिका के अपने प्रेमी के साथ शादी करने की जिद पर अड़ी रही। प्रेमिका का आरोप है कि वह बगल के गांव निवासी प्रेमी संतोष से बेइंतहा मोहब्बत करती है। प्रेमी संतोष अपने साथियों के साथ मिलने के लिए मेरे घर पहुंचा और उसे पड़ोस के लोगों ने देख लिया। वह सब संतोष को घेर कर मारने लगे सुचना के बाद पुलिस पहुंची। प्रेमी समेत उसके चार साथियों को हिरासत मे ले थाने ले आई। प्रेमिका का यह भी आरोप है कि उसके प्रेमी के साथी आये दिन ब्लैकमेल करके उसके साथ छेड़खानी किया करते थे। नाबालिग प्रेमिका अपने प्रेमी के साथ शादी करने की जिद पर अड़ी रही। लेकिन प्रेमी शादी करने से इंकार कर दिया। आरोपी प्रेमी के बचाव में स्थानीय सफेदपोश नेताओं के साथ पुलिस ने प्रेमिका व उसके परिजनो पर दबाव बना कर मामले को रफादफा करा दिया गया।

प्रेमिका की मां का कहना है कि उसकी बेटी को बहला फुसलाकर दो लोग मोटरसाइकिल पर बैठाकर लेकर भागने लगे। जब उसने पुलिस को सूचना दी तो वह घंटो बाद घर के पास छोड़कर फरार हो गये। वह दोनों युवक प्रेमी संतोष की साथी बताये जा रहे हैं। प्रेमी संतोष आये दिन प्रेमिका से मिलने घर दिवाल फांद कर आता जाता है। प्रेमिका के परिवार गरीब होने के कारन मामले को रफादफा करने के लिए तैयार हो गये।

मौके पर पहुंचे पुलिस के आलाधिकारियों का कहना है कि मामला मारपीट से जुड़ा है। प्रेमिका के तहरीर पर मामला को सुलह समझौता करा दिया गया है।

प्रेमिका को नाबालिग देखते हुए मामले को रफादफा करा दिया गया। लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर पुलिस एक घर से प्रेमी समेत उसके चार साथियों को हिरासत मे ले थाने ले आयी और बाद मे पुलिस मामले को मारपीट की बता कह कर मामले को रफादफा दिखा दिया। प्रेमिका के शरीर पर चोट के निशान भी है आखिर पुलिस ने प्रेमिका का मेडिकल क्यों नहीं कराया?

या प्रेमिका ने किसी दबाव के कारण अपना बयान दिया ?  पुलिस सुलह समझौता को दरकिनार कर मामले की सही तरीके से जांच करती तो वहीं एक बड़ा मामला निकल कर सामने आता।