‘अटल जी इटालियन खाने और एप्पल जूस को करते थे बेहद पंसद’

ख़बरें अभी तक। हिमाचल प्रदेश: देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जहां देश के विकास को लेकर चिंतित रहते थे. वहीं, वो इटालियन खाने को भी काफी पसंद करते थे. इटालियन पिज्जा मार्गरेटा पूर्व प्रधानमंत्री अटल की पहली पसंद था और वो मनाली के इल-फोरनो रेस्टोरेंट में सुकून के पलों को बिताते थे. वहीं, अब अटल के देहांत पर रेस्टोरेंट में भी सन्नाटा छाया हुआ है.

देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का मनाली के प्रति विशेष लगाव रहा था. इसी लिए उन्होंने प्रधानमंत्री बनने के बाद मनाली के प्रीणी गांव में अपना दूसरा घर बनाया. जिसके बाद वे स्थानियों लोगों के और करीब आ गये थे. पूर्व प्रधानमंत्री अटल इटालियन कुजीन के दीवाने थे. वो अपने मनाली दौरे के दौरान मनाली के हिडिम्बा रोड पर स्थित इन फोरनो रेस्टोरेंट में भी सुकून के पल बिताने पहुंचते थे. अटल बिहारी जब भी इस रेस्टोरेंट में आते तो वो हर बार एक ही टेबल पर बैठते और इटालियन पिज्जा मार्गरेटा का आर्डर करते. इतना ही नहीं वो इस रेस्टोरेंट में बनने वाले अन्य व्यंजनों का भी लुत्फ उठाते.

खास बात यह है कि जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री भी नहीं थे तो उससे पहले भी वो यहां आते और अपने मनपसंद टेबल पर बैठकर कविताओं की रचना किया करते थे. प्रधानमंत्री बनने के बाद भी उनका इस जगह से लगाव बना रहा और जब उनकी तबियत खराब हुई तो भी इसी रेस्टोरेंट से उनके घर के लिए व्यंजनों को पैक कर भेजा जाता था. रेस्टोरेंट में जब उनके निधन की खबर पहुंची तो पूरा स्टाफ गमगीन हो उठा और शोक के चलते 2 दिन तक रेस्टोरेंट को बंद कर दिया गया हैय

रेस्टोरेंट के मालिक ने बताया कि अटल बिहारी वाजपेयी जब भी इस रेस्टोरेंट में आते तो वो इटालियन डिश का स्वाद लेना नहीं भूलते थे. वहीं, वो लोकल एप्पल जूस के भी मुरीद थे और हर बार जूस पीना उनकी आदत में शुमार था. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बनने के दौरान जब भी वो मनाली आते तो इस रेस्टोरेंट का रुख जरूर करते थे और यहां का बना खाना उन्हें काफी पसंद आता था. जब उनकी तबियत खराब रहने लगी तो रेस्टोरेंट आना काफी कम हो गया. लेकिन रेस्टोरेंट से उनके घर पर ही खाने की डिलीवरी दी जाने लगी.

रेस्टोरेंट के मालिक ने बताया कि अटल बिहारी वाजपेयी काफी मिलनसार व आकर्षक व्यक्तित्व के मालिक थे. वो जब भी रेस्टोरेंट में आते तो वो सबका हालचाल जानते. इतना ही नहीं वो घर मे बड़े बुजुर्ग सबका हाल जानते और उनके खुश रहने की कामना करते थे. अटल को रेस्टोरेंट की काष्ठ कुणी शैली काफी पसंद थी और वो एक टेबल पर बैठकर घंटो बर्फ से ढकी वादियों को निहारा करते थे. उनके निधन से रेस्टोरेंट में कार्य कर रहे सभी लोगों को गहरा आघात लगा है और हम सभी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते है.