केरल में आसमानी आफत से मचा हाहाकार, अबतक 102 की मौत

खबरें अभी तक। पिछले कई दिनों से हो रही लगातार मुसलाधार बारिश ने केरल में भारी तबाही मचा दी है। बारिश से मरने वालों की संख्या 102 हो गई है। पिछले दो दिनों में राज्य में कुल 78 लोगों ने अपनी जान खोई है। भारी बारिश और पेरियार नदी पर बने बांध का फाटक खोलने से कोच्चि हवाई अड्डे में पानी घुस गया। इसके बाद हवाई अड्डे को शनिवार तक के लिए बंद कर दिया गया है। इसके अलावा यहां मैट्रो सेवा व रोडवेज सर्विस भी रोक दी गई है।

Image result for मुसलाधार बारिश ने केरल में भारी तबाही मचा दी

वहीं प्रदेश में बाढ़ के हालात को देखते हुए सभी 14 जिलों में रैड अलर्ट घोषित कर दिया गया है। राज्य में मरने वालों की संख्या 67 से बढ़ कर 95 हो गई है। आज सुबह पल्लकम में भूस्खलन से 7 लोगों की मौत की खबर है। भूस्खलन में फंसे 3 लोगों को बचा लिया गया है। उधर सेना ने मलमपुझा के वालियक्काडु गांव में एक 35 फुट लंबे ब्रिज पर फंसे करीब 100 लोगों को बचाया। इसमें बच्चे और वरिष्ठ नागरिक शामिल थे। बाढ़ की वजह से लोग अपने घर छोड़ सुरक्षित ठिकानों पर जा रहे हैं। चेंगन्नूर की हालत भी बदतर बनी हुई है। यहां पूरे शहर में पानी घुस चुका है। मॉल, पैट्रोल पम्प सब कुछ पानी में डूब चुका है।

Image result for मुसलाधार बारिश ने केरल में भारी तबाही मचा दी

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के करीब 540 कर्मियों की 12 सीटों को भी केरल भेजा गया है। राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने केरल में करीब एक सदी में आई सबसे भीषण बाढ़ की वजह से तेजी से बिगड़ती स्थिति की समीक्षा के लिए नयी दिल्ली में बैठक की है। कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा की अध्यक्षता में हुई बैठक में थल सेना, नौसेना और वायु सेना प्रमुखों के अलावा, गृह, रक्षा सचिवों समेत अन्य शीर्ष अधिकारियों ने शिरकत की। स्थिति की गंभीरता पर संज्ञान लेते हुए उच्चतम न्यायालय ने मुल्लापेरियार बांध की आपदा प्रबंधन समिति को आदेश दिया है कि बांध में जलस्तर को तीन फुट घटा कर 139 फुट पर लाने का तत्काल फैसला करे। कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे ने आज सभी सेवाओं की निलंबन की अवधि 26 अगस्त दोपहर दो बजे तक के लिए बढ़ा दी है। हवाई अड्डे के अधिकतर हिस्से में पानी भर गया है। कोच्चि मेट्रो की सेवाएं भी कुछ वक्त के लिए बाधित हुई क्योंकि मुत्तम यार्ड में जलस्तर बढ़ गया था।

Image result for बारिश से मरने वालों की संख्या 102 हो गई

बाढ़ की वजह से रेल सेवा भी प्रभावित हुई है। दक्षिणी रेलवे ने एक बयान में बताया है कि 25 ट्रेनों को या तो रद्द किया गया है या उनके वक्त में बदलाव किया गया है। कुछ नगरों और गांवों में पानी का स्तर दो मंजिला मकानों की ऊंचाई तक पहुंच गया। जिसके बाद बच्चों और बुजुर्गों समेत सैकड़ों लोगों को छतों पर शरण लेनी पड़ी और सोशल मीडिया में बचाव और राहत के लिए अपील करनी पड़ी