बारिश के कहर के बाद अब जहरीला पानी बना लोगों की जान का दुश्मन

खबरें अभी तक। एक तरफ जहां बारिश ने पूरे बीबीएन में कहर ढाया है। वहीं अब बारिश के बाद नदियों में बह रहा पानी बेहद ही खतरनाक है। क्योंकि सरसा नदी में अब बारिश के पानी में जहरीला कैमिकल भी घुल रहा है। जिससे नई आफत खड़ी हो सकती है। सोमवार को भारी बारिश के बाद केंदूवाला स्थित सी.ई.टी.पी. प्लांट की पाईप लाईन मलपुर के समीप फट गई। जिसके चलते देर शाम तक हजारों लीटर कैमिक्ल खुले में बहता हुआ सरसा नदी में जा मिला। हैरानी तो इस बात की है कि जब पर्यावरण संघर्ष समिति के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे तो पाईप लाईन को दुरूस्त करने का काम शुरू किया गया। लेकिन व्यापक प्रबंध न होने के कारण पाईप लाईन को ठीक नहीं किया जा सका। जिसके चलते बीबीएन के उद्योगों से सीईटीपी में पहुंचने वाला कैमिक्ल युक्त पानी नालों से बहता हुआ सरसा नदी में जा मिला। पर्यावरण संघर्ष समिति मलपुर के प्रधान चरण दास ने बताया कि बारिश के बाद सी.ई.टी.पी. प्रबंधन की बड़ी लापरवाही सामने आई है।

उन्होंने बताया कि बारिश के बाद करीबन सुबह 10 बजे से मलपुर के समीप सी.ई.टी.पी. की मेन पाईप लाईन फट गई। जिसकी सुध लेने कोई नहीं आया। संस्था ने मौके से पानी की सैंपल भरे हैं। जिसकी जांच निजी लैब में करवाई जाएगी। संस्था ने इस बाबत प्रदूषण विभाग व सी.ई.टी.पी. प्रबंधन को भी सूचित किया लेकिन कोई भी मौके पर हालत का जायजा लेने नहीं पहुंचा। चरण दास बताया सुबह से हजारों लीटर कैमिक्ल युक्त पानी सरसा नदी में जा मिला है। जिससे कोई बड़ा संकट सामने आ सकता है।

कई लोग, दुधारू पशु व जानवर नदियों से गुजर रहे हैं जो कैमिक्ल युक्त पानी की चपेट में आ सकते हैं। संस्था ने इस बाबत प्रशासन व संबंधित विभागों को भी शिकायत भेजी है। संस्था का आरोप है कि अधिकारियों व प्रबंधन की मिलीभगत के चलते प्रदूषण का यह जानलेवा खेल बिना किसी डर-खौफ के खेला जा रहा है।

पर्यावरण संघर्ष समिति के बताया ने बताया कि कुछ लोग सी.ई.टी.पी. में टैंकर लगाकर अपनी रोटियां सेंक रहे हैं और क्षेत्र में गंदगी फैला रहे हैं। सी.ई.टी.पी. प्रबंधन को कुछ लोगों की शह है। जिसके चलते प्रदूषण का गंदा खेल खेला जा रहा है।

प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के एक्सईएन अविनाश शारदा का कहना है कि पाईप लाईन फटने का मामला सामने आया है। विभाग ने सी.ई.टी.पी. प्रबंधन को स त आदेश जारी किए हैं। पहले भी कई शिकायतें आ चुकी हैं। सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।