मनोहर सरकार में महिलाओं की सुरक्षा भगवान भरोसे!

ख़बरें अभी तक। मनोहर सरकार भले ही महिला सुरक्षा के लाख दावे करें लेकिन प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा अब भगवान भरोसे है. ताजा मामला हरियाणा के सोनीपत और झज्जर जिले का है जहां दो महिला खिलाड़ियों ने बसों में दुव्यवहार की बात कही है और ये बेटीया कोई आम नहीं बल्कि देश का नाम रोशन करने वाली कुश्ती और बॉक्सिंग की नेशनल खिलाड़ी है. खिलाड़ियों का प्रदेश सरकार के खिलाफ नाराजगी का ये कोई पहला मामला नहीं है इस से  पहले भी सरकार पर गंभीर आरोप लगते रहे है इस बार हरियाणा के सोनीपत की रहने वाली नेशनल कुश्ती खिलाड़ी बबिता और झज्जर की बॉक्सिंग खिलाड़ी अनु ने हरियाणा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए है इन दोनों खिलाड़ियों का कहना है कि सरकार बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं लाख दावे कर रही हो लेकिन इनकी जमीनी हकीकत कुछ और है.

महिला पहलवान बबीता ने बताया की जब हम घर से बाहर निकलते है प्रक्टिस के लिए जाते है तो लड़कियों के साथ गलत व्यवहार किया जाता है लड़के कॉमेंट करते है की कंहा चलपड़ी कँहा जा रही है ऐसे ऐसे कॉमेंट करते है की हम बता भी नहीं सकते हम चाहते है की लड़कियों को अच्छी सुविधा और सुरक्षा दी जाय सरकार को ऐसा रूल बनाना चाहिए की लड़किया सेफ रहे तभी खिलड़ियों का भविष्य उज्वल हो सकेगा. बबीता ने बताया की सरकार कह रही है की मेडल आयगें नेशनल इंटरनेशनल लेवल पर हम हर किसी खिलाडी को डीएसपी लगा दे क्या, मेडल लाने के लिए दिन रात पसीना बहाना पड़ता है दिन रात ग्राउंड में खड़ा रहना पड़ता है. जब मेडल आते है जो मेडल लेकर आता है उनको पूछो अगर पेपर पास करके डीएसपी की नौकरी लेनी है तो हम पढ़ाई ही करलेंगे क्यों  24 घण्टे ग्राउंड पे रहेंगे जरूरी थोड़ी है की जो टाइम हम ग्राउंड में देते है वो टाइम हम पढ़ाई में लगा देंगे.

खिलाड़ी एक ही काम कर सकता है या तो वो पढ़ाई कर ले या फिर स्टेडियम में प्रेक्टिस कर ले. महिला बॉक्सिंग खिलाडी अनु ने बताया की हम खेलते है हम बसों में आते जाते है. सरकार दावे करती है की बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं, जब बेटी ही सुरक्षित नहीं होगी तो खेलेगी कहां से पढ़ेगी कहां से, हमारे साथ इतना अभद्र व्यवहार होता है कि हम बता भी नहीं सकते जब हम बस में चलते है उसमे कमेंटबाजी होती है हम नंगे पैर पक्के फर्श पर प्रेक्टिस करते है वंहा भी कोई सुविधा नहीं है न ही हमे अभी तक सरकार की ओर से कोई केशवार्ड मिला है हम चाहते है की सरकार हमें और सुविधा दे जिस से हम और ज्यादा मेहनत कर सके और देश के लिए मेडल ला सके. बॉक्सिंग कोच सुधीर ने बताया की लड़कियों के लिए सरकार ने अब तक कोई सुविधा नहीं है.