ख़बरें अभी तक। चरखी दादरी: लोकतंत्र सुरक्षा मंच के अध्यक्ष व सांसद राजकुमार सैनी ने आरक्षण के दौरान हरियाणा जलाने में विपक्षी पार्टियों पर आरोप लगाया है कि हरियाणा में सत्ताधारी रहे लोग मनोहर लाल को सीएम के रूप में नहीं देखना चाहते थे इसलिए पूर्व मुख्यमंत्रियों ने मिलकर हरियाणा को जलवाया. एक विशेष बिरादरी सरकार पर दबाव बनाकर आरक्षण में दर्ज मुकदमों को वापिस करवा रही है. जबकि अन्य बिरादरियों के लोगों पर दर्ज मुकदमें वापिस नहीं लिए. हम अगामी चुनाव में सरकार बनाकर ऐसे लोगों पर दर्ज मुकदमों की फाइलों को अलमारी में बंद कर देंगे.
राजकुमार सैनी दादरी के गांव बौद कलां, सांवड़ व मिसरी में ग्रामीण सभाओं को संबोधित करने के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे. सैनी ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि 2 सितंबर को पानीपत में नई पार्टी की घोषणा करेंगे और आगामी लोकसभा व विधानसभा की सभी सीटों पर चुनाव लड़ते हुए नए चेहरों को मैदान में उतारेंगे. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बनने पर सबसे पहले आरक्षण के दौरन दूसरी बिरादरियों के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमें वापिस लेते हुए अलमारी में बंद कर देंगे. क्योंकि आरक्षण के दौरान सत्ताधारी लोगों ने एक विशेष बिरादरी को नौकरियां दी है. नौकरियों से संबंधित डाटा दिखाते हुए सैनी ने कहा कि 10 फीसदी सिर्फ एक बिरादरी लोगों को 51 प्रतिशत नौकरियां दी हैं. यह पूरा मामला पिछले मुख्यमंत्रियों ने करके अन्य बिरादरियों के साथ भेदभाव किया. सैनी ने कहा कि कोई भी ये साबित कर दें कि मैं किसी एक जाति विशेष के खिलाफ जहर उगल रहा हूं, उसी दिन राजनीति से संन्यास ले लूंगा. वहीं सैनी ने कहा कि इनेलो एसवाईएल पर नोटंकी कर रही है. उनकी हरियाणा में सरकार बनने पर सबसे पहले एसवाईएल का पानी लाकर दिखाएंगे.