महेंद्रगढ़: शीघ्र अतिशीघ्र बनाया जाए स्कूल: छात्राएं

ख़बरें अभी तक। 21 जुलाई को भाजपा की धन्यवाद रैली में पुराने महिला कॉलेज की बिल्डिंग में लड़कियों के स्कूल खोलने की घोषणा की थी जिसे शुरू करवाने के लिये ज़िला शिक्षा अधिकारी ने फिजिबिलिटी रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को भेजी. महेंद्रगढ़ जो कि हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा का गृह क्षेत्र है जंहा पर शहर में दो सीनियर सेकंडरी स्कूल तो चल रहे है लेकिन बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के युग मे यंहा लड़कियों के पढ़ने के लिये अलग से कोई भी स्कूल नही था. यंहा एक सीनियर सेकंडरी स्कूल का नाम तो केवल राजकीय गर्ल्स सीनियर सेकंडरी स्कूल था लेकिन इसमें लड़के व लडकिया दोनों साथ साथ शिक्षा ग्रहण करते थे. जिसकी वजह से बहुत सी लडकिया इस विद्यालय में शिक्षा लेने से परहेज व गुरेज करती थी. लड़कियों की इसी मांग को देखते हुए शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने 21 जुलाई को हुई धन्यवाद रैली में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से लड़कियों के स्कूल की मांग रखी जिसपर मुख्यमंत्री ने उनकी इस मांग को मानते हुए इसे तत्काल प्रभाव से शुरू करने की घोषणा की. उनकी इस मंजूरी के बाद से शिक्षा विभाग ने इसकी फिजिबिलिटी रिपोर्ट बनाकर भेज दिया है.

छात्राओं ने बताया कि उनके लिये अलग से कोई भी गर्ल्स स्कूल नहीं था जिससे उनको पढ़ने में काफी दिक्कत आती थी. अब मुख्यमंत्री ने अलग से लड़कियों के लिये स्कूल बनाने की घोषणा की है उससे हमे खुशी है और हम मुख्यमंत्री की इस घोषणा की सराहना करते है. पहले हमारे इस स्कूल का नाम तो गर्ल्स सीनियर सेकंडरी स्कूल था लेकिन यंहा हमे लड़को के साथ ही पढ़ना पड़ता था. जहां सरकार ने हमारी और ध्यान देते हुए  यहां अलग से स्कूल बनाने की घोषणा की है उस पर अमल करते हुए शीघ्र अतिशीघ्र शुरू करवाया जाये.

जिला शिक्षा अधिकारी मुकेश लवानिया ने बताया कि हमने इस स्कूल को शुरू करवाने के लिये अपनी सभी रिपोर्ट बनाकर चंडीगढ़ अधिकारियों के पास भेज दी है. यह वंहा से स्वीकृत होकर आने के बाद जैसे ही इसका बजट आयेगा सभी तरह का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करके इस स्कूल को शुरू करवा दिया जायेगा. इस स्कूल के शुरू होने से क्षेत्र की लड़कियों को काफी लाभ पहुंचेगा. यहां ग्रामीण क्षेत्रों में 10 से 15 किलोमीटर तक लड़कियों के अलग स्कूल है यंहा भी पहले था लेकिन मॉडल संस्कृति स्कूल बनने के बाद से इस स्कूल को कोएड कर दिया गया था. इस भवन में 22 कमरे है जिनमे बिजली का कोई प्रबंध नही है और ना ही कोई बिजली का कनेक्शन यंहा उपलब्ध है। यंहा पिने के पानी का भी कोई उचित प्रबंध नही है जिसकी भी पूरी तरह नई ही व्यवस्था विभाग को करवानी पड़ेगी. यंहा अभी शिक्षा विभाग का एक दफ्तर चलता है जिसमे बिजली का कनेक्शन पास के स्कूल से ही लिया गया है. यंहा पास के स्कूल में 525 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करते है जिनमे 400 के लगभग लडकिया है जिन्हें यह स्कूल शुरू होने से इसका फायदा होंगा. आस पास के नजदीक के गांवों में भी लड़कियों के लिये जंहा अलग से स्कूल नही है वंहा से भी इस प्रस्तावित स्कूल में दाखिला लेने से इस स्कूल में लड़कियों की अच्छी खासी संख्या हो सकती है.