बहादुरगढ़ में सफाई के नाम पर एक और घोटाले की पटकथा

ख़बरें अभी तक। बहादुरगढ़ में सफाई के नाम पर एक और घोटाले की पटकथा लिख दी गयी है. इस बार नाईट स्वीपिंग ऑफ मेंशनेड रोडस के नाम पर नया टेंडर लगाया गया है. इस टेंडर में अर्नेस्ट मनी जो टेंडर भरते समय ठेकेदार को देनी है वो तो 3 लाख रुपए रखी गयी है, लेकिन ठेकेदार को महीने में कितना भुगतान होगा वो बताया ही नहीं गया है. टेंडर का नाम नाईट स्वीपिंग रखा गया लेकिन टेंडर की अंदरूनी शर्तों में तीन शिफ्टों में सफाई कराने की शर्त रखी गयी है. सबसे बड़ी बात ये है कि यहां ठेका होने के बाद नगर परिषद के पास ठेकेदार के कर्मचारियों की डिटेल तक जांचने तक का अधिकार नहीं रहेगा. पार्षद संघ ने सफाई टेंडर के नाम पर होने वाले इस गोलमाल का खुलासा किया है.

पत्रकार वार्ता कर पार्षद संघ के अध्यक्ष समुंदर सहवाग ने बताया कि टेंडर में 12 सड़कों के नाम लिखे गए है जो पूरी तरह से स्पष्ठ नही है कि किस सड़क का जिक्र किया गया है।उदाहरण के तौर ओर सेक्टर 9 चौक से पटेल नगर तीसरी पुलिया तक कि सड़क लिखी गयी है. जबकि सेक्टर 9 चोक नजफगढ़ रोड पर पड़ता है और तीसरी पुलिया सांखोल गांव के पास रोहतक रोड पर है. उनका आरोप है कि ठेकेदार को फायदा पहुंचाने के लिए इस तरह गोलमाल टेंडर लगाया गया है.

संघ के संरक्षक वजीर राठी ने बताया कि टेंडर पाने वाले ठेकेदार की मनमर्जी है कि वो मशीन से सफाई करे या फिर सफाई कर्मचारियों सफाई कराए. उस पर भी नगर परिषद उसके कर्मचारियों की हाजिरी तक चेक नही कर सकती. उन्होंने कहा कि पहली बार एक साथ दो साल के लिए ठेका दिया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया है कि नाईट स्वीपिंग ऑफ रोडस के नाम पर नगर परिषद के खजाने को चूना लगाने का काम किया जा रहा है.

वहीं नगर परिषद के सफाई निरीक्षक ने सरकारी हिदयतो के अनुसार ही ठेका लगाने की बात कही है।उन्होंने कहा कि नियमो की अवहेलना नही हुई है.  हम आपको बता दें कि नगर परिषद शहर की सफाई के लिए अभी भी 70 लाख से ज्यादा खर्च कर रही है  और अब स्टार रेटिंग के नाम पर सफाई के अलग अलग टेंडर लगाकर सफाई पर होने वाले खर्च को ही कई गुना और बढ़ाने की तैयारी चल रही है.