बढ़ती दुर्घटनाओं को लेकर चलाया गया रोड सेफ्टी अभियान

ख़बरें अभी तक। साइबर सिटी गुरुग्राम के कोर्ट परिसर में रोड सेफ्टी अभियान को शुरू किया गया जिस अभियान में गुरुग्राम सेशन चीफ जज ने की शिरकत यह अभियान 1 अगस्त से लेकर 7 अगस्त तक चलेगा इस अभियान में सभी लोगों को हॉर्न न बजाने और ट्रैफिक नियमों के पालन करने के लिए जागरुक किया जाएगा .

कोर्ट परिसर में पहुंचे गुरुग्राम सेशन जज की माने तो उन्होंने साफ तौर पर यह कहते नजर आए गुरुग्राम में लगातार रेड लाइट जंप और ट्रैफिक की पालना न करने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है दिल्ली के मुकाबले गुरूग्राम ट्रैफिक नियमों के मामले में पीछे हैं इसलिए गुरुग्राम में भी रोड सेफ्टी अभियान जैसी चीजें चलानी होंगी जिससे लोगों का ध्यान ट्रैफिक नियमों की पालना करने और स्वयं की सेफ्टी को लेकर जागरूक होगा इस अभियान का असर कुछ इस कदर होगा कि आने वाले समय में ट्रैफिक उल्लंघन के के कारण होने वाली दुर्घटनाओं में कमी आएगी और साथ ही साथ हर रेड लाइट पर खड़े होने वाले पुलिसकर्मियों की संख्या भी कम होती नजर आएगी ट्रैफिक नियमों का पालन ना करने की वजह से एक रेड लाइट पर पांच से छह पुलिसकर्मियों को तैनात करना पड़ता है. जिस वजह से नुकसान सरकार का भी होता है और आम जनता का भी तो क्यों ना हम लोग खुद ही अपना मन बना ले और ट्रैफिक नियमों का पालना करें जिससे कि गुरुग्राम के चौक-चौराहों पर पुलिस की तैनाती कम हो सके और पुलिस गुरुग्राम के लोगों की सुरक्षा सही रूप से कर सकें

बीते काफी लंबे समय से सड़क पर हो रही सड़क दुर्घटनाओं के आकड़ों में बढ़ोतरी और लगातार लोगों की रेड लाइट तोड़ने जैसे आदतों को देखती हुए पहली बार गुरुग्राम कोर्ट परिसर ओर एनजीओ सामने आए है जो सिर्फ लोगो को ट्रैफिक नियमो का पाठ पढ़ाने ओर नियम साईयम ड्राइविंग करने के लिए जागरूक करने का मन बना चुके है NGO में काम कर रही छात्राओं की माने तो वह इस अभियान को अपनी जिंदगी में भी उतारने वाली है क्योंकि जो लोग ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करते हैं वह लोग अपने साथ-साथ सड़क पर चलने वाले दूसरे लोगों को भी नुकसान पहुंचाते हैं और जिस कारण सड़क पर चलने वाले लोगों को परेशानी योग का सामना करना पड़ता है

हालांकि गुरुग्राम में पहली बार कोर्ट परिसर में इस तरीके का कोई अभियान चलाया गया है जिसमें स्वयं सेशन जज ने शिरकत की हो और लोगों को संदेश देते नजर आए हो कि ट्रैफिक नियमों का पालन करें मगर अब देखना यह होगा कि आखिर सेशन जज की बातों का और ट्रैफिक नियमों को लेकर चलाए गए इस अभियान का सड़क पर चलने वाले लोगों पर कितना असर होता है और सड़क पर होने वाली दुर्घटनाओं में कितनी कमी आती है