राष्ट्रीय राजमार्ग 334 बी के भूमि अधिग्रहण को लेकर किसान हुए लामबंद

ख़बरें अभी तक। रोहतक: राष्ट्रीय राजमार्ग 334 बी के लिए भूमि अधिग्रहण की परिक्रिया शुरू हो चुकी है. लेकिन सरकार द्वारा घोषित मुआवजे को लेकर किसान खुश नही हैं. जिसे लेकर किसान लामबंद होना शुरू हो गए हैं. जिसके चलते आज कई गांव के किसान रोहतक पहुंचे और प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. सरकार को चेतावनी दी कि प्रति एकड़ 3 करोड़ मुआवजा दिया जाए नही तो बाईपास का काम शुरू नहीं होने दिया जाएगा. खेड़ी सांपला स्थित कम्युनिटी सेंटर में एक पंचायत का आयोजन किया गया. इससे पहले सांपला में पंचायत आयोजित कर अपना विरोध जता चुके हैं.

किसान संघ के अध्यक्ष विरेन्द्र ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग 334 बी के लिए सोनीपत, झज्जर व रोहतक जिले की जमीन अधिग्रहण के लिए  किसानों के लिए जो नोटिस जारी किए, उसमे भेदभाव बरता गया है. जो जमीन उपजाऊ है उसका मुआवजा काफी कम है. जिसे किसी भी कीमत पर बर्दास्त नही किया जाएगा. जमीन किसान की रोजी रोटी का साधन है, सरकार उस साधन को ले रही है, लेकिन उसकी एवज में जो मुआवजा दिया जा रहा है, उससे वे संतुष्ट नही है. क्या रोड़ पर लगती जमीन में ज्यादा फसल होती है, जिसका मुआवजा ज्यादा दिया जा रहा है. यह बर्दास्त नही किया जाएगा. किसान राम प्रसाद का कहना है कि सारी जमीन का समान मुआवजा होना चाहिए. वे 3 करोड़ प्रति एकड़ मुआवजे के मांग कर रहे हैं. इसलिए ही उन्होंने यह विरोध जताया है. अगर सरकार ने उनकी मांग नही मानी  तो बाईपास का काम शुरू नहीं होने दिया जाएगा.