पंचकूला के इन गांवों में अभी तक नहीं पहुंची है सड़कें

ख़बरें अभी तक। जहां एक तरफ सरकार सबका साथ सबका विकास का नारा दे रही है वहीं दूसरी तरफ पंचकूला के गांव खेतपराली व दूधगढ़ पंचायत के नजदीक लगने वाले गांवों के लोगों को अपने घर तक जाने के लिए सरकार रास्ता भी उपलब्ध नहीं करवा पाई है. इसे हम विडम्बना नहीं तो ओर क्या कहेंगे.

गांव के लोगों ने बताया कि विधायक से लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री तक को इस बारे में लिखकर कई बार गुहार लगा चुके हैं, कि उनकी पंचायत में कई गांव आते हैं. इनके बच्चे स्कूल जाते हैं परेशानी की बात यह है कि स्कूल जाते समय रास्ते में जान जोखिम में डालकर नदी पार करके बच्चों को स्कूल में जाना पड़ता है. नदी में पानी का बहाव आता है तो बच्चे स्कूल जाने से वंचित रह जाते हैं। इसके अलावा गांव के लोग पानी आने के कारण अपने कामों को भी नहीं कर पाते।ओर बीमार मरीज का इलाज करवाना तक भारी पड़ जाता है. बाकी गांवों से मोरनी ब्लॉक के गांव ठंठवाली, बाग, खोपर,खेरी,आबूआ,इंदरवाला की कनेक्टीविटी भी टूट जाती है.

इन्हें इंतजार रहता है बरसात के कम होने का, जिसके बाद पानी का बहाव कम होने के बाद ही यहां के लोग घर से बाहर निकलते है. ये हालात है हरियाणा में जहां आज भी बरसात आने पर कई दिनों तक शहर से कनेक्टीविटी नहीं हो पाती. शहर में रोजगार करने वाले कई दिनों तक काम पर नहीं जा पाते. ग्रामीणों ने कहा कि उनकी कोई भी सुनवाई नही करता. ग्रामीणों ने कहा कि नदी में पानी आने के कारण बच्चे कई कई दिन तक स्कूल नहीं जा पाते जिसका असर उनकी पढ़ाई पर भी पड़ता है. उन्होंने कहा कि कई बार तो नदी पार करने में कठनाइयों का सामना करने के कारण उनकी बेटियों को अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ती है.