पीएम मोदी के सपने “पढ़ेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा इंडिया” हुआ तार तार

खबरें अभी तक। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पढ़ेगा-इंडिया तभी तो  बढ़ेगा-इंडिया का सपना हरदोई में साकार होता नजर नहीं आ रहा है। हरदोई में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित स्कूलों की दयनीय स्थिति देखने को मिल रही है, एक तरफ जहां शहरी क्षेत्रों में छात्र संख्या के अनुपात में अध्यापकों की संख्या अधिक है। वहीं दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों के अनुपात के अनुसार शिक्षकों की संख्या न के बराबर देखी जा सकती है, और इन ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षक समय से स्कूल नहीं पहुंचते, जिस कारण बच्चे भी शिक्षा ग्रहण करने में रुचि नहीं लेते हैं, वहीं दूसरी ओर स्कूलों को खुले 3 सप्ताह बीत चुके हैं परंतु कुछ स्कूलों में अभी भी न तो पुस्तकों का वितरण हुआ है व न ही मिड-डे मील बनता नजर आ रहा है,जिसका जीता जागता प्रमाण विकासखंड शाहाबाद के प्राथमिक विद्यालय बूटामऊ व नागामऊ में देखा जा सकता है, जहां न तो समय से शिक्षक पहुंचते हैं व न ही अभी तक पुस्तकों का वितरण हो पाया है और मिड-डे मील बनना तो दूर की बात है, यहां स्थिति यह है कि लोगों ने स्कूल के खेल के मैदान में अवैध निर्माण कर विभिन्न तरीकों से कब्ज़ा भी कर रखा है। परन्तु शिक्षा विभाग पूरी तरह खामोश है।

हरदोई के विकासखंड शाहाबाद के प्राथमिक विद्यालय बूटामऊ व नागा मऊ में बच्चों के अनुपात से कम शिक्षकों की नियुक्ति है, वही यह शिक्षक समय से स्कूल नहीं पहुंचते हैं, जिस कारण बच्चे भी शिक्षा ग्रहण करने में रुचि नहीं दिखाते हैं, इस संबंध में जब बच्चों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जब से स्कूल खुला है तब से न तो समय से शिक्षक आते हैं और न स्कूल खुलने के तीन सप्ताह बाद भी मिड-डे मील बना है, वहीं अभी तक विद्यालय में पुस्तकों का वितरण भी नहीं किया गया है, और विद्यालय के खेल के मैदान पर गांव के दबंगों ने कंडे की बठिया लगाने के साथ स्थायी रूप से अवैध निर्माण तक करा लिया है, यहां यह भी सर्वविदित है कि कुछ शिक्षक नेताओं व विभाग के कर्मचारियों को रिश्वत की भेंट चढ़ा कर शिक्षकों द्वारा मनमानी की जाती है, परन्तु विभाग के भ्रष्टाचारी रवैए के चलते प्रधानमंत्री का पढ़ेगा-इंडिया, बढ़ेगा-इंडिया का सपना पूरा होता दिखाई नहीं दे रहा है।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव से जब विद्यालयों की इन समस्याओं पर बात की गयी तो उन्होंने वही अधिकारीयों द्वारा रटा-रटाया जवाब कि समस्याओं का जल्द निस्तारण करेंगे कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया।