सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली की खुली पोल

खबरें अभी तक। कन्नौज में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही एक बार फिर उजागर हुई है। यहां की तिर्वा सीएचसी और मेडिकल कालेज में एक पति अपनी गर्भवती पत्नी को लेकर घण्टो भटकता रहा,  लेकिन उसे कहीं भर्ती नहीं किया गया। हर जगह इसे डॉक्टर न होने की बात कहकर भगा दिया गया। डांटकर भगाए जाने के डर के चलते गर्भवती के पति ने उसे निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया। देखते हैं कन्नौज से सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली की पोल खोलती यह तस्वीरें।

कर टहल रही यह यह गर्भवती यहां के धरमपुर गांव की रश्मि है। गर्भवती रश्मि की देखभाल गांव की आशा बहू की निगरानी में हो रही थी। रविवार को प्रसव का दर्द होने पर रश्मि का पति सुरेन्द्र अपने परिवारजानो के  साथ उसे लेकर सीएचसी पहुंचा। वहां वह एक घण्टे तक पत्नी को अस्पताल में भर्ती कराने के लिये भटकता रहा, लेकिन डॉक्टर न होने की बात कहकर उसे वहां से भगा दिया गया। सीएचसी से भगाए जाने के बाद वह पत्नी को लेकर मेडिकल कालेज पहुंचा। यहां भी उसने पत्नी को भर्ती कराने के लिये मिन्नतें की, लेकिन यहां से भी उसे भगा दिया गया। और कहा की जहां जांच कराई वही बच्चा पैदा कराओ जाकर।

करीब तीन घण्टे परेशान और फिर भगाए जाने के डर से सुरेन्द्र दर्द से तड़प रही पत्नी को लेकर निजी अस्पताल चला गया। यहां उसने अपनी पत्नी को भर्ती कराया। जब हमारी टीम ने सीएचसी जाकर पता करना चाहा क8 आखिर क्यों गर्भवती को भगा दिया गया तो मौके पर मौजूद सीएचसी इंचार्ज ने क्या जवाब दिया आप खुद ही सुनिए।

कन्नौज की यह तस्वीरें योगी सरकार के उन दावों को हकीकत का अयना दिखाती है जिनमें कहा जाता है की गर्भवती महिलाओं के इलाज के लिए सरकार विशेष योजनाएं लागू कर उनका प्रसव कराती है। कन्नौज की यह तस्वीरें उन दावों की पोल खोलने के लिए काफी हैं।