जिलाधिकारी कार्यालय पर परिवार सहित सामूहिक आत्मदाह का प्रयास

ख़बरें अभी तक। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में कृषि भूमि के विवाद का निपटारा नहीं होने पर किसान अपनी पत्नी बेटी और बेटे के साथ आत्मदाह करने के लिए कलक्टे्रट पहुंचा. इससे पहले की किसान आत्मघाती कदम उठाने में कामयाब होता मशीनरी हरकत में आई और किसान परिवार को कस्टडी में ले लिया. सवाल यह है कि किसान परिवार आत्मघाती कदम उठाने के लिए क्यों मजबूर हुआ. सिस्टम के सामने लाचार किसान ने पुलिस और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगा सरकारी तंत्र को कटघरे में खड़ा कर दिया है.

सिकंदराबाद थाना क्षेत्र के गांव रिटौली निवासी प्रेमचंद की मंजूपुर में कृषि भूमि है. मंजूपुर की जमीन में प्रेमचंद के साथ उसका भाई भी खाता धारक है. आरोप है कि खाता तकसीम किए बगैर उसके भाई ने अपना हिस्सा बेच दिया. प्रेम चंद का आरोप है कि बिना खाता तकसीम किए जमीन बेचना नियम के उलट है. प्रेमचंद ने इसकी शिकायत एसडीएम, एडीएम और डीएम के बाद मुख्यमंत्री से की,लेकिन किसान को हर चौखट से मायूसी मिली. आरोप है कि प्रेमचंद की खड़ी फसल भी खुर्द बुर्द कर दी गई. इसी से खफा प्रेमचंद एक झोले में मिटटी के तेल की कटटी डालकर परिवार के साथ कलक्ट्रेट पहुंच गया.

हालांकि आत्मघामी कदम उठाने से पहले पुलिस ने किसान और उसके परिवार को हिरासत में ले लिया. पीडित ने मीडिया को बताया कि मशीनरी ने उसका उत्पीडऩ किया है. ऐसे में उसके सामने सिवाय लाइफ खत्म करने के दूसरा रास्ता नहीं बचा है. जब इस बारे में एसडीएम सिकंदराबाद वेद प्रकाश मिश्रा ने बात की गई तो उनको साफतौर पर यहीं कहना था कि बताया कि मामला कोर्ट में विचाराधीन है.