प्रसिद्ध चावल निर्यातक फर्म के खिलाफ मंडी आढ़तियों ने दिया धरना

ख़बरें अभी तक। हरियाणा की जानी मानी कैथल स्थित प्रसिद्ध चावल निर्यातक फर्म द्वारा 4 साल पहले कैथल की नई एवं पुरानी अनाज मंडी से खरीदे गए धान की बकाया राशि का भुगतान न करने पर दोनों मंडियों के आढ़तियों ने बुधवार को फर्म संचालक के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. आढ़तियों ने करोड़ों रुपये के बकाया राशि भुगतान न होने के कारण अनिश्चितकालीन धरना करने की बात कही. आढ़तियों ने कहा कि जब तक फर्म की ओर से बकाया राशि का भुगतान नहीं होता तब तक उनका धरना जारी रहेगा.

वहीं फर्म की ओर से यह बात सामने आई है कि वे 5 भाई है और उनका आपस मे विवाद चल रहा है जिनमें से 4 भाइयों का कहना है कि भुगतान भाई को करना है और एक भाई ने कहा कि वे फर्म की ओर से अपने हिस्से का भुगतान करने को तैयार है. लेकिन सारी देनदार देने के लिए उनके पास पैसा नहीं है. विष्णु मित्तल ने बताया कि उनके अलावा उनके 4 भाई भी फर्म में डायरेक्टर है. उनके नाम भी प्रोपर्टी में है वे भी अपने हिस्से की देनदारी देने को तैयार है लेकिन वे स्वम् ही अकेले सारी देनदारी देने की स्थिति में नहीं है. उन्होंने कहा कि मंडी का करीब दो से ढाई करोड़ रुपये की देनदारी है बाकी राशि तो आढ़तियों ने ब्याज पे ब्याज लगाकर बड़ाई हुई है.

पुरानी अनाज मंडी के प्रधान जोगध्यान का कहना है कि वर्ष 2014 में प्रसिद्ध निजी फर्म को धान बेचा था. जिसकी करोड़ो रुपये की भुगतान राशि अब तक आढ़तियों को नहीं दी गयी है. इसी के चलते मंडी के करीब 250 आढ़तियों ने उनके खिलाफ धरना प्रदर्शन शुरू किया है और जब तक फर्म की ओर से  राशि का भुगतान नहीं किया जाता तब तक उनका धरना जारी रहेगा और सभी आढ़ती अनिश्चितकालीन तक उनकी फर्म के बाहर धरने पर बैठे रहेंगे. प्रशासन की ओर से भी आढ़तियों को आश्वासन दिया गया है की वह भी पूरी तरह से आढतियों के साथ है.