लोगों ने विद्युत दोहन देश हित में बताया सही कदम

ख़बरें अभी तक। सार्वजनिक उपक्रम के द्वारा दो सौ दस मेगावाट की लुहारी हाइड्रो इलेक्ट्रिक परियोजना चरण 1 निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण हेतु सामाजिक समाघात निर्धारण पर जन सुनवाई शुरू हुई. इस परियोजना के प्रभाव क्षेत्र में आने वाली शिमला और कुल्लू जिला के सतलुज घाटी क्षेत्र लोगों के सुझाव मांगे गए.  रामपुर के निरथ और दत्त नगर में जन सुनवाई के दौरान लोगों के समक्ष एएफसी इण्डिया आकलनकर्ता संस्था ने रिपोर्ट प्रस्तुत की.

एसडीएम रामपुर नरेंद्र चौहान की अध्यक्षता में आयोजित इन सभाओ में रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि इस परियोजना क्षेत्र के 1003 भूमि मालिकों में से 920 लोगों के पास जाकर उनके साक्षात्कार लिए गए. रिपोर्ट में बताया गया कि इनमें से 775 लोग कृषि पर निर्भर है. जन सुनवाई के दौरान लोगों ने परियोजना प्रभावित क्षेत्र के लोगों को रोजगार, गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लिए डीएवी कॉलेज, स्वास्थ्य के लिए चिकित्सालय आदि बुनियादी सुविधाओं का परियोजना निर्माता एसजेवीएन बेहतर विकल्प देने की मांग रखी. इस के साथ साथ निरथ व् दत्त नगर के मध्य बनने वाले जलाशय में जल क्रीड़ा के बंदोबस्त करते हुए स्थानीय लोगों को रोजगार परियोजना के लिए अधिकगृहीत होने वाली भूमि का मुआवजा चार गुना आदि सुनवाई के दौरान रखी.

बृज लाल ने बताया निरथ में जन सुनवाई के दौरान लोगों ने मांग रखी की निरथ में बांध का निर्माण किया जाना है. लेकिन आस पास की पंचायतो को प्रभावित क्षेत्र में नहीं लिया गया है. उन्हें प्रभावित क्षेत्र में लिया जाए. उन्होंने बताया परियोजना का निर्माण जनहित में होना चाहिए, लोग इस का विरोध नहीं कर रहे लेकिन नुकसान की भरपाई हो.

एसडीएम रामपुर नरेंद्र चौहान ने बताया दत्त नगर और निरथ में एसजेवीएन के माध्यम से लुहरी परियोजना का निर्माण किया जाना है,  इसे ले कर जन सुनाई हुई थी , इस दौरान लोगों के सुझाव आये है और रिपोर्ट बना के प्रस्तुत की जायेगी.