एक गांव ऐसा भी जहां ग्रामवासी पैदल चलने को है मजबूर…. MUST READ

खबरें अभी तक। आपको सुनने में थोड़ा सा अजीब जरूर लगेगा कि सड़क तो है लेकिन फिर भी क्यों ग्रामवासी पैदल चलने को मजबूर है। क्योंकि ग्रामवासियों का कहना है जब से उनके पूर्वजों ने गांव बसाया है तब से लेकर आज तक अगर आपको गांव मे आना है या जाना है तो अगर आपका अपना वाहन नहीं तो पैदल यात्रा करके ही  कई किलोमीटर जाना पड़ेगा। तब आपको मेंन रोड से वाहन मिलेंगे।

जहां एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के हर गांव को शहर से जोड़ने का सपना संजोया था और उसकी राह पर आगे भी बढ़े। लेकिन कहीं न कहीं झांसी जिले का मडोरा गांव आज भी एक ऐसा गांव है जहां आबादी लगभग 5000 लोगों की है। लेकिन वोट मांगने तो सब जाते है बड़े बड़े वादे भी करते हैं। जब जीत जाते है तो दुबारा वापस गांव को नही देखते। इस गांव की स्थिति ऐसी है यदि रात के समय कोई बीमार हो जाए और अपना वाहन न हो तो शायद अस्पताल पहुंचते-पहुंचते घण्टों लग जाएंगे, वहीं गांव मे बिजली तो हैं लेकिन 24 घण्टों में बहुत कम देखने को मिलती है।

ऐसे में देश के प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के वादों को उन्हीं के अधीनस्थ पलीता लगाते नजर आ रहे हैं। अब देखना यह होगा कि क्या कोई इन गांव वालों की पीड़ा सुनेगा या फिर ऐसे ही गांव के लोगों को बिजली, पानी और वाहन की मार सहनी पड़ेगी।