प्रदेश में आएगा विदेशी निवेश, सरकार ने नार्वे और सीरिया को किया आमंत्रित

खबरें अभी तक। हिमाचल सरकार ने जल विद्युत उत्पादन, ईको टूरिज्म और नागरिक उड्डयन क्षेत्र में विकास के लिए ने नार्वे और सीरिया देशों से मदद करने को कहा है। वीरवार को राजधानी शिमला में नार्वे और सीरिया में भारत के राजदूतों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मुलाकात की।

नार्वे में भारत के राजदूत राजदूत कृष्ण कुमार और नार्वे में मनमोहन भनोट से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल में जल विद्युत उत्पादन और पर्यटन विशेष रूप से ईको टूरिज्म और नागरिक उड्डयन क्षेत्र में विदेशी निवेश की अपार सभावनाएं हैं। सुरंग निर्माण एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें नार्वे हिमाचल में निवेश कर सकता है, क्योंकि हिमाचल और नार्वे की भौगोलिक परिस्थितियां एक समान हैं।

जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य पहले से ही मत्स्य पालन क्षेत्र में नार्वे के साथ सहयोग कर रहा है, क्योंकि भारत नार्वेजियन ट्राउट पालन परियोजना पतलीकूहल में क्रियाशील है। इसके अतिरिक्त नार्वे बुनियादी ढांचे के निर्माण और संबद्ध क्षेत्रों में निवेश कर सकता है। नार्वे ठोस कचरा प्रबंधन के लिए तकनीकी सहयोग में भी निवेश कर सकता है। सीरिया खाद्य प्रसंस्करण, दवा उद्योग, अर्द्ध कुशल श्रम शक्ति और कृषि अनुसंधान में निवेश कर सकता है।