ट्विटर फर्जी अकांउट होंगे खत्म, संदिग्ध खातों की विजिबिलिटी होगी कम

खबरें अभी तक। ट्विटर इंडिया ने बुधवार को बताया कि कंपनी ट्विटर पर फर्जी खातों को खत्म करने की पूरी कोशिश कर रही है। जिससे ट्विटर इस्तेमाल करने वालों के फॉलोवर्स में कमी आ सकती है। लेकिन इसका ये मतलब कतई नहीं होगा कि ट्विटर यूजर्स ने कोई गलती की है। ट्वीट में संदिग्ध खातों की विजिबिलिटी होगी कम। ट्विटर संदिग्ध खातों की पहचान कर रिट्वीट्स और लाइक्स को रियल टाइम में अपडेट करेगा।

नए खाते बनाने की प्रक्रिया को सुदृढ़ करेगा। नए खाते बनाने वालों को ई-मेल एड्रेस के जरिए वेरिफाई करेगा। इसके अलावा यूजर्स से उसका फोन नंबर भी मांगा जाएगा।

ट्विटर पर मौजूदा खातों का ऑडिट किया जाएगा। जिसके तहत ऐसे संदिग्ध ट्विटर खातों की पहचान की जाएगी जिन्होंने ट्विटर पर वेरिफाइड खातों वाले यूजर्स को थोक के भाव फॉलो किया है। इस कदम से कई बड़ी हस्तियों के ट्विटर फॉलोवर्स में कमी आ सकती है। दुर्भावना फैलाने वाले खातों का पता करने की प्रक्रिया को और मजबूत किया जाएगा।

डिजिटल डिप्लोमेसी पर नजर रखने वाली जेनेवा स्थित ट्विप्लोमेसी नाम की संस्था ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि विश्व की कई बड़ी हस्तियों के बड़ी संख्या में फर्जी फॉलोवर हैं। ट्विप्लोमेसी का दावा था कि पीएम मोदी के 60 फीसदी ट्विटर फॉलोअर्स फर्जी हैं। पीएम के बाद दूसरे नंबर पर पोप फ्रांसिस हैं जिनके 59 फीसदी फॉलोअर्स फर्जी हैं और तीसरे नंबर पर हैं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जिनके 37 फीसदी फर्जी फॉलोअर्स हैं। ट्विटर पर फर्जी फॉलोवर्स की जांच करने वाले टूल ट्विटर ऑडिट की सहायता से ये भी पता लगा था कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के भी 60 फीसदी से ज्यादा फॉलोवर्स फर्जी हैं।

ट्विटर ने हाल ही में वैश्विक स्तर पर 90 लाख से ज्यादा स्पैम/फर्जी अकाउंट की पहचान की थी। ट्विटर इंडिया ने अपने ट्वीट में ये भी बताया कि वो आने वाले दिनों में और भी जानकारी शेयर करेगी, जिनसे ट्विटर पर नफरत फैलाने और ट्रोल करने वालों से निजात पाई जा सके।