पार्वती वैली के 36 प्रतिष्ठानों को प्रशासन की टीम ने किया सील

खबरें अभी तक। माननीय हाईकोर्ट के आदेश पर पार्वती घाटी के कसोल और इसके आसपास के इलाकों के 36 व्यापारिक प्रतिष्ठिानों को प्रशासन की टीम ने सील कर दिया। टीम में एसडीएम कुल्लू डॉ अमित गुलेरिया, डीएसपी आशीष सहित राजस्व विभाग के दर्जनों कर्मचारी शामिल रहे। व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को सील करने से पहले हथियारों से लैस पुलिस की टीम ने इलाके की तलाशी ली।  जिसमे क्विक एक्शन टीम (क्यूएटी) सहित 66 पुलिस के जवान तैनात रहे। वही, प्रशासन द्वारा राजस्व विभाग के दस्तावेजों के आधार पर सील लगाई गई।

सीलबंदी के दौरान प्रशासन द्वारा मोके की वीडियोग्राफी के साथ फोटोग्राफी भी की गई। ताकि मोके के साक्ष्यो का रिकॉर्ड भी रखा जा सके। इस सीलबंदी के लिए प्रशासन ने तीन टीमों को गठन किया था जिन्होंने अलग अलग जगह कसोल, कटागला और तोष में दबिश दी।  वही,  प्रशासन व पुलिस के आदेश पर 66 से अधिक लोगों ने अपने-अपने हथियारों को मणिकर्ण पुलिस चौकी के पास जमा करवा दिया है।

वही, किसी भी तरह की अनहोनी को रोकने के लिए पहले ही इलाके में धारा 144 लगा दी गई है। गौर हो कि पहले चरण में भी प्रशासन ने कसोल क्षेत्र में 40 व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को साल किया गया था। इसमें अभी भी करीब 30 बंद पड़े हैं। वहीं प्रशासन तीसरी रिपोर्ट को बनाने में जुट गया है। एसडीएम कुल्लू डॉ अमित गुलेरिया ने बताया कि हाई कोर्ट के आदेशों के बाद यह प्रक्रिया अमल में लाई गई है और इसकी पूरी रिपोर्ट हाई कोर्ट में पेश की जाएगी।

प्रशासन के कड़क रवैये को देखते हुए कई कब्ज़ाधारियों में हड़कंप मच गया है | जिसके चलते कब्ज़ाधारियों ने नाजायज़ जगह पर बनाई इमारतों को स्वय ही तोड़ना शुरू कर दिया है | होटल मालिक किशन ठाकुर का कहना है की उन्होंने प्रशासन ने उन्हें इमारतों को तोड़ने का समय नहीं दिया है | इतने कम समय में तोड़ने के लिए मजदूर  नहीं मिल रहे है और जो मिल भी रहे है वो इसकी अच्छी खासी कीमत बसूल रहे है

होटल मालिक गुलाब बिष्ट का कहना है की उन्होंने भी अवैद बने हुए भवन को तोडना शुरू कर दिया है | वावजूद इसके प्रशासन वैध बने हुए भवन को भी सील कर रहा है जो की गलत है | अचानक लिए गए इस फैसले से उन्हें इसका नुक्सान होगा |