खुले दरबार में अधिकारियों ने सुनी जनता की परेशानियां

खबरें अभी तक। जनता की प्रशासन से कम होंगी दूरियां। जनता के बीच जनप्रतिनिधियों के साथ जिला अधिकारी जा रहे है गांव गांव। यमुनानगर के सरस्वती खंड के गांव गोलनी में जिला प्रशासन द्वारा खुले दरबार और रात्रि ठहराव का आयोजन किया गया है। खुले दरबार मे डीसी एसपी समेत जिले के सभी अधिकारी पहुंचे। डीसी एसपी ने गांव गोलनी के लोगो से सीधा संवाद कर सबकी समस्याए सुनी और जो भी शिकायते आयी मौके पर निपटाने का प्रयास किया और सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।

मनोहर सरकार ने जनता और अधिकारियों के बीच की दूरी को कम करने के लिए खुले दरबार और रात्रि ठहराव के कार्यक्रम को शुरू किया है। यमुना नगर के गांव गोलनी में भी खुला दरबार लगाया गया। जहां लोगो के बीच अधिकारियों ने दिलचस्पी दिखाते हुए लोगो के बीच उनकी छोटी से छोटी समस्याओं को सुना। रोबदार दिखने वाली पुलिस के जिला कप्तान राजेश कालिया ने भी लोगो को सम्बोधित किया और कहा कि ये हमारा सौभग्य है कि हम आप लोगो के बीच आये और हमे आपस मे बातचीत करने का मौका मिला है। वहीं राजेश कालिया ने कहा कि पुलिस और जनता के आपसी सहयोग से अपराध भी कम होगा और एक अच्छा माहौल बनेगा। इसलिए सब साथ मिलकर चले ताकि जो ये दूरी है उसे कम किया जा सके।

वहीं जनता के बीच पहुंचे डीसी गिरीश अरोड़ा ने कहा कि जनता और प्रशासन के बीच जो दूरियां रह जाती है वो कम हो इसलिए हम जनता के बीच आये हैं। सरकार की सभी योजनाओं की जनता को जानकारी हो। वही गांव के लोगों की समस्याओं को देखते हुए उन्हें कुछ सुविधाएं यही ब्लॉक स्तर पर दी जा जाएंगी। लर्निंग लाइसेंस की सुविधा यही दी जाएगी ताकि यहां के लोगो को कई किलोमीटर दूर न जाना पड़े।

राशन कार्ड की सुविधा ,बुढ़ापा पेंशन ये सभी सुविधाएं यही उपलब्ध हो और सरकार की सभी योजनाओं जानकारी सेवाएं। लोगो को मिले। डीसी ने बताया कि आज इस खुले दरबार मे कुल 63 लोगो ने अपनी समस्याएं रखी। जिसमें बीपीएल कार्ड पीएम आवास योजना लाभसाईकल की डिमांड। इनकी समस्याओं को निपटाने के प्रयास किया है और सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए है।

वही रादौर के  विधायक श्याम सिंह राणा ने कहा कि सीएम मनोहर लाल के निर्देशानुसार इन कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है ताकि जनता के प्रतिनिधि अधिकारियों के साथ जनता के बीच जाए और उनकी हर समस्या का समाधान हो। साथ ही लोगो और प्रशासन के बीच की दूरी कम हो और पूरा प्रदेश प्रगति के पथ पर चले। वहीं ये जनता और अधिकारियों के बीच सीधा संवाद लोगो को भी पसंद आ रहा है।