रतन लाल कटारिया अब तक के सबसे नाकाम सांसद : दयाल सिंह

खबरें अभी तक। नारायणगढ़ में कांग्रेसी नेता एवं हरियाणा पब्लिक सर्विस कमिशन के पूर्व सदस्य दयाल सिंह पिंजौड़ी ने अम्बाला लोकसभा के वर्तमान सांसद रतन लाल कटारिया को क्षेत्र के हितों की पैरवी करने में अब तक का सबसे नाकाम व असफल सांसद बताया। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले सांसद रतन लाल कटारिया पूर्व केन्द्रीय मंत्री कुमारी शैलजा पर आरोप लगाते थे कि उन्होंने कुछ नहीं किया परन्तू मैं सांसद रतन लाल कटारिया से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने पिछले चार वर्ष के दौरान अम्बाला लोकसभा क्षेत्र के लिये क्या किया है। उनका कहना था कि यमुनानगर चण्डीगढ़ वाया नारायणगढ़ रेलवे लाईन के मुददे पर बड़े बड़े वायदे करने वाले सांसद कटारिया इस प्रोजैक्ट की फाईल को एक इंच भी आगे नहीं बढ़ा सके।

दयाल सिंह का कहना था कि जब 2014 का चुनाव हुआ तो भाजपा ने कुछ वायदे किये थे जिसकी लिस्ट मेरे पास है और प्रदेश गवर्नमेंट ने भी वायदे किये थे जिनका मैनिफेस्टिो मेरे पास है और 154 वायदे किये थे। न तो केन्द्र सरकार और न ही प्रदेश सरकार ने एक भी वायदे को निभाया। भाजपा द्वारा किये गये वायदो के अनुसार दो करोड़ युवाओं को हर वर्ष नौकरी देने का वायदा किया था। किसान को लागत का पचास फीसदी फसल का दाम देने का वायदा किया था.

विदेशों से काला धन वापिस लाना व सबके खातों में पन्द्रह पन्द्रह लाख रूपये देना व सौ समार्ट सिटी बनाना,राम मन्दिर का निर्माण करना व कश्मीर से धारा 370 हटाना,गंगा को साफ करना आदि था परन्तु सत्ता में आने के बाद भाजपा की केन्द्र व प्रदेश सरकार ने अपना एक भी वायदा पूरा नहीं किया। पिछले चार साल के दौरान केन्द्र व प्रदेश सरकार ने कुछ नहीं किया। उनका कहना था कि प्रदेश में ला एंड आर्डर का इतना बुरा हाल है कि प्रदेश को चार बार दंगों में झोंक दिया गया कभी राम पाल के नाम से व कभी राम रहीम के नाम पर व कभी जाट आरक्षण के नाम से जिसमें इनोसैँट लोग मारे गये और जान माल की हानि हुई.