यहां बेटियों के पैदा होने पर दी जाएगी 2100 रुपए की इनाम राशि

ख़बरें अभी तक। डबवाली:  लिंगानुपात में सुधार लाने के लिए अब पंचायतों ने भी कमर कस ली है. बेटियां पहले कोख में मार दी जाती तो कुछ जन्म के बाद, हालात यह है लिंगानुपात में असमानताओं ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है. लोग पहले बेटों के लिए रोते है फिर बेटे के लिए बहु न मिलने पर परेशान होते है. बहरहाल सकून इस बात का है हालात अब पहले के मुकाबले बदल गए है.

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत गांव की पंचायत ने मिसाल पैदा की है जहां हरियाणा के एक गांव ने भ्रूण हत्या को रोकने और बेटी को बचाने के लिए ऐतिहासिक पहल की जहां गांव में किसी भी परिवार में बेटी पैदा होने पर उस बेटी को 2100 रुपये की उपहार राशि पंचायत की ओर से दी जाएगी.

जी हां मंडी डबवाली के 3800 की आबादी वाले गांव अहमदपुर दारेवाला की पंचायत का बेटियों के हित में एक ऐतिहासिक फैसले का फरमान जारी किया गया है. दरअसल ग्राम पंचायत द्वारा गांव में बेटियों के लिंगानुपात में कमी को देखते हुए पंचायत ने चिंता जाहिर की और एक कड़ा फैसला लिया जहां पर पंचायत ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत गांव में लगातार गिरते लिंगानुपात के स्तर को सुधारने के लिए बेटी के जन्म पर 21 सौ रूपये प्रोत्साहन राशि दिए जाने का प्रस्ताव पास किया है.

आपको बता दें कि ग्राम पंचायत द्वारा सर्वसम्मति से लिया गया फैसला बेटियों के लिए बेहद कारगर साबित हो सकता है क्योंकि पिछले वर्ष गांव में बेटे और बेटियों के लिंगानुपात में बड़ा अंतर पाया गया जिसके बाद पंचायत ने कई तरीको से जागरूक किया मगर सुधार नहीं हुआ जिसके बाद सामूहिक रूप से लिए गए फैसले में पंचायत ने फरमान जारी किया है कि जिस घर में भी बेटी पैदा होगी उस बेटी को प्रोत्साहन राशि के रूप में 2100 रुपये की नगद राशि दी जाएगी.

इसके साथ ही पंचायत का कहना है कि यहां पर किसी भी बिरादरी या धर्म जाति का सवाल नहीं बल्कि हर पैदा होने वाली बेटी को राशि देकर सम्मानित किया जाएगा.

वहीं गांव की सरपंच शारदा देवी ने बताया कि यह फैसला इस लिए लिया गया है क्योंकि गांव में लिंगानुपात में बड़ा अंतर देखते हुए लिया गया चुंकी गांव में महज1000 लड़कों के पीछे 850 लड़कियां हैं जो कि चिंता का विषय है जिस घर में बेटी पैदा होगी उस बेटी के सम्मान के रूप में हमारी पंचायत 2100 रुपये की राशि पंचायत द्वारा प्रोत्साहन के रूप में देगी.

वही सरपंच ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा भी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत उनकी पंचायत सरकार के इस फैसले का समर्थन करती है और गांव में बेटियों के सम्मान और उनकी सुरक्षा के लिए प्रयासरत है.