कांग्रेस ने केजरीवाल को हमेशा रखा दूर

ख़बरें अभी तक। राहुल गांधी की इफ्तार पार्टी में विपक्षी एकता में फूट की झलक पहले ही देखने को मिल गई थी. बाद में पता चला कि राहुल के इफ्तार में बड़े नेताओं से दूरी बनाने में बड़ा रोल ममता बनर्जी का रहा. वहीं ममता के इफ्तार पार्टी में ना जाने को लेकर फैसला बदलने के पीछे अरविंद केजरीवाल को न्योता न दिया जाना बड़ा तथ्य साबित हुआ. वहीं अरविंद केजरीवाल का बयान आने के बाद से और भी साफ तस्वीर दिख रही है. इसमें शक की गुंजाइश कम ही लगती है कि 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ खड़ा होने वाला मोर्चा दो धड़े में बंट चुका है.

राहुल गांधी की इफ्तार पार्टी में बिखरते विपक्ष की सिर्फ नींव नजर आई थी और अब वो बुलंद इमारत बनती दिखने लगी है. पहले लगा था कि राहुल गांधी के इफ्तार से विपक्ष के बड़े नेताओं के दूरी बनाने के पीछे सोनिया गांधी की गैर मौजूदगी भी एक कारण रही होगी लेकिन अब ऐसा बिलकुल नहीं लगता. अब लगता है सोनिया गांधी भी होती तो भी यही देखने को मिलता. वहीं अब विपक्षी एकता के मुद्दे पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को नए सिरे से कठघरे में खड़ा कर दिया है.

फिलहाल जब भी विपक्षी एकता को लेकर नेताओं का जमावड़ा हुआ और कांग्रेस उसकी होस्ट रही, केजरीवाल को हर बार दूर रखा गया. चाहे वो राष्ट्रपति चुनाव की बात रही हो या फिर 2019 के लिए विपक्ष का मोर्चा खड़ा करने की. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ही अब तक केजरीवाल की सबसे बड़ी पैरोकार रही हैं. बीते दिनों में भी ममता ने कांग्रेस नेतृत्व को विपक्षी मोर्चे में केजरीवाल को शामिल करने की सलाह दी थी.

कांग्रेस नेतृत्व हमेशा ममता की बात अनसुना करता रहा. जब कर्नाटक में सारे नेताओं के साथ केजरीवाल भी पहुंचे तो लगा कि मामला रफा दफा हो चुका है. हालांकि, कर्नाटक की जमघट की होस्ट कांग्रेस नहीं बल्कि मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी रहे. कांग्रेस कर्नाटक सरकार में साझीदार जरूर है, लेकिन न्योता भेजने का अधिकार तो कुमारस्वामी के पास ही सुरक्षित रहा. राहुल गांधी की इफ्तार को लेकर भी मालूम यही हुआ कि ममता बनर्जी ने पार्टी में जाने का फैसला तब बदला जब उन्हें पता चला कि केजरीवाल और तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव को तो न्योता नहीं मिला है. जब ममता नहीं गयीं तो देखा देखी अखिलेश यादव और मायावती ने भी न जाने का फैसला किया.