मुस्लिम समुदाय को मिला जुम्मे की नमाज़ अदा करने का मौका

ख़बरें अभी तक। मेवात: महीने भर रोजा रखने के बाद कम ही अवसर होता है कि आखिरी दिन जुम्मा का हो, लेकिन इस बार रमजान का अंतिम दिन जुम्मा का रहा तो इस बार रमजान के माह में पांच जुम्मे की नमाज अदा करने का मौका मुस्लिम समुदाय के लोगों को मिला. ईद शनिवार को है ,लेकिन जुम्मा को अलविदा जुम्मा होने के कारण छोटी ईद मनाने का मौका एक दिन पहले ही लोगों को मिल गया. अलविदा का जुमा पढ़ने के लिए लोग गांव से हजारों की तादात में शहरों की तरफ नमाज पढ़ने पहुंचे.

ईद की नमाज से पहले जकात – फितरा गरीबों को देने के अलावा ज्यादा से ज्यादा दिल खोलकर गरीबों की मदद हर मुसलमान को करनी चाहिए. पूरे माह भूखे – प्यासे रहकर इबादत करने के बाद ईद का चांद दिखाई देता है, यही कारण है कि ईद के चांद के उदाहरण तक दिए जाते हैं. ईद अमन -प्यार – आपसी भाईचारे को बढ़ावा देने का संदेश देती है. जुम्मा की नमाज पढ़ने के लिए बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग मस्जिदों में दिखाई दिए. मौलाना हामिद हुसैन ने जुम्मा की नमाज पढ़ाने के बाद ईद की मुबारकबाद सभी देशवासियों को दी, उन्होंने आपसी भाईचारे और शांति के साथ ईद मनाने की बात कही.

इस बार पूरे 30 रोजे रखने का अवसर मुस्लिम समुदाय के लोगों को मिला, भीषण गर्मी के बावजूद भी रोजेदारों का हौंसला तनिक भी नहीं डिगा. कल पूरे देश में ईद उल फितर का त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जायेगा. अलविदा की जुम्मा में भी मुस्लिम समाज के लोगों ने देश में अमन – शांति की दुआ की, पूर्व मंत्री आफ़ताब अहमद ने भी लोगों को ईद की मुबारकबाद देते हुए सौहार्द मनाने की बात कही.