शिक्षुता को बढ़ावा देने में जुटी प्रदेश सरकार व भिवानी प्रशासन

ख़बरें अभी तक। अनस्किल्ड लेबर को स्किल्ड लेबर बनाने के मकसद से वर्ष 1961 में लागू किए गए अप्रेंटिशिप एक्ट के मुताबिक विभिन्न महकमों में दस फीसदी शिक्षु लगाए जाने के टारगेट को जल्द पूरा करने के निर्देश भिवानी प्रशासन ने दिए है. भिवानी में नब्बे फीसदी टारगेट को पूरा लिया गया है तथा कुल 870 में से 746 शिक्षुओं को लगाया जा चुका है. जिला शिक्षुता कमेटी की बैठक में उपायुक्त ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुए जल्द से जल्द सभी पदों को भरे जाने की बात कही है.

बता दें कि सभी सरकारी एवं गैर सरकारी विभागों में अनस्किल्ड लेबर को स्किल्ड में तब्दील करने के लिए अप्रेंटिशिप करवाए जाने के लिए एक्ट के तहत प्रावधान किए गए है. इसके मुताबिक कुल पदों के दस फीसदी पर शिक्षु लगाने का प्रावधान है. केन्द्र व प्रदेश सरकार की हिदायतों के अनुरूप विभाग के पोर्टल पर जाकर पदों के अनुरूप अप्लाई किया जा सकता है. इन पदों पर रिक्तियों के हिसाब से विभिन्न विभाग शिक्षुता करवाते है तथा उसकी एवज में स्टाईफंड भी दिया जाता है.

बता दें कि केन्द्र सरकार द्वारा पीएम मोदी के नेतृत्व में वर्ष 2020 तक पचास लाख अप्रेंटिशिप को लगाए जाने की योजना है. इसके तहत वर्ष 2017 में पांच लाख,2018 में दस लाख,2019 में 15 लाख व 2020 में बीस लाख मिलाकर कुल पचास लाख को अप्रेंटिशिप करवाए जाने का टारगेट है. मामले को लेकर प्रदेश सरकार व प्रशासनिक अधिकारी कितने गंभीर हैं इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सभी महकमे के अधिकारियों की आपात बैठक भिवानी के डी.सी. डॉ.अंशज सिंह के द्वारा बुलाई गई व उन्हें विभागाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे एक्ट का पालन करते हुए शिक्षु लगाएं.

उपायुक्त ने बताया कि जिले में राष्ट्रीय शिक्षुता प्रोत्साहन योजना के तहत 746 प्रशिक्षुओं को रोजगार मुहैया करवाया जा चुका है, जबकि लक्ष्य 940 शिक्षु लेने का है. विभिन्न विभागों में अभी भी लेखाकार के लिए पद रिक्त हैं, इनमें अधिकांश पद दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम व एसपी कार्यालय भिवानी में खाली हैं. इसी प्रकार से कोपा, स्टैनो हिंदी, और अंग्रेजी, ड्राफ्ट्समैन सिविल शिक्षुता के लिए सीटे खाली है. बी.कॉम, एमबीए, एम.कॉम, बी.बी.ए आदि युवा शिक्षुता पोर्टल पर पंजीकरण करवा कर विभागों में आवेदन कर सकते हैं.

प्लेसमेंट अधिकारी जगदीप शर्मा ने पूरी योजना के बारे में बताते हुए कहा कि योजना उन युवाओं के लिए कारगर है जो कि अनस्किल्ड हैं तथा ट्रेनिंग व अप्रेंटिशिप के बाद वे स्किल्ड बन जाएंगे. ऐसे युवाओं को रोजगार मिलने में आसानी रहेगी.

बहरहाल शायद ऐसी अनेकों योजनाएं है जिनके बारे में लोग अनभिज्ञ हैं तथा रोजगार की तलाश में भटकते रहते हैं, उनमे यह योजना भी एक है. जरूरत है युवाओं को ऐसे अवसर हाथ से ना जाने देने की ताकि उन्हे रोजगार मिलने में आसानी हो सके क्योंकि अप्रेंटिशिप में काम सीखने के बाद ना केवल डिप्लोमा प्रमाणपत्र मिलता है बल्कि उन्हें गुजारे के लिए स्टारईफंड के रूप में राशि भी दी जाती है.