महिला आईएएस अधिकारी ने सीबीआई जांच की मांग की

खबरें अभी तक। आज दिनांक 11 जून, 2018 को माननीय हरियाणा राज्य महिला आयोग में अपना ब्यान दर्ज किये तथा माननीय महिला आयोग को लिखित शिकायत पत्र भी जमा किए। माननीय हरियाणा राज्य महिला आयोग में आज जाँच के दौरान माननीय श्रीमति केशनी आनंद अरोड़ा, अतिरिक्त मुख्य सचिव, राजस्व विभाग, हरियाणा सरकार जाँच कक्ष में आकर बैठ गयीं। जबकि माननीय आयोग द्वारा जो नोटिस मुझे भेजा गया था, उसमें मुझे इस बारे कोई जानकारी ना दी गयी थी कि माननीय श्रीमति केशनी आनंद अरोड़ा को भी जाँच कक्ष में बैठाया जाएगा।

माननीय श्रीमति केशनी आनंद अरोड़ा, अतिरिक्त मुख्य सचिव, राजस्व विभाग, हरियाणा सरकार मेरी विभागाध्यक्ष रही हैं तथा बार बार मुझे मौखिक आदेश देती रहीं हैं कि मैं अपनी शिकायतें लिखित रूप में ना जमा करवाऊँ। माननीय आयोग ने मुझसे पूछा कि क्या मैं माननीय श्रीमति केशनी आनंद अरोड़ा के जाँच कक्ष में बैठे रहते हुए जाँच करवाने में सहज हूँ।

मैं इसमें सहज नहीं थी तथा मुझे माननीय श्रीमति केशनी आनंद अरोड़ा के जाँच कक्ष में बैठने के कारण बहुत जवाब महसूस हुआ। लेकिन इस प्रकार का दवाब मैं पिछले लगभग पौने तीन वर्षों से सहन कर रही हूँ, और मुझे इस दवाब को तब तक सहन करना है जब तक मुझे न्याय मिले, इसलिए मैंने माननीय आयोग को सहमति दी कि मैं माननीय श्रीमति केशनी आनंद अरोड़ा के जाँच कक्ष में बैठने को सहमत हूँ।

किन्तु माननीय श्रीमति केशनी आनंद अरोड़ा ने नियमों का उल्लंघन करते हुए जाँच के दौरान बार बार मुझसे सवाल किए, जो कि नियमों के अनुसार ठीक नहीं था।माननीय आयोग को मुझे लिखित में नोटिस जारी करना आवश्यक था कि माननीय आयोग ने श्रीमति केशनी आनंद अरोड़ा को आज मुझसे सवाल करने की अनुमति दी है, किन्तु मुझे इस प्रकार का कोई नोटिस माननीय महिला आयोग की तरफ़ से नहीं दिया गया।

मैंने माननीय आयोग को सिर्फ इस बात की सहमति दी थी कि माननीय श्रीमति केशनी आनंद अरोड़ा जाँच कक्ष में बैठ सकती हैं। मैंने माननीय आयोग को इस बात की सहमति नहीं दी थी कि माननीय श्रीमति केशनी आनंद अरोड़ा आज मुझसे जाँच में सवाल कर सकती हैं। इस विषय के बारे मैनें माननीय आयोग में आपत्ति दर्ज करवायी।

माननीय श्रीमति केशनी आनंद अरोड़ा के द्वारा बार बार मुझसे नियमों के विरूद्ध सवाल किए जाने के कारण मैं अपने बयान भी ठीक प्रकार से दर्ज नहीं करवा पायी। मैंने माननीय आयोग से अनुरोध किया है कि पिछले लगभग पौने तीन वर्षों से हो रहे मेरे शोषण की जाँच माननीय CBI Central Bureau of Investigation से करवायी जाये जिससे स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जाँच हो सके तथा मुझे न्याय मिल सके।