ख़बरें अभी तक। चरखी दादरी: किसान संगठनों का गांव बंद के आखिरी दिन भाकियू व अन्य किसान संगठनों ने बाढड़ा में बाजार बंद कर भूख हड़ताल की, इस दौरान किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूतला फूंककर विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही अल्टीमेटम दिया कि उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो दो दिन इंतजार करके बड़े आंदोलन की घोषणा कर सकते है. हड़ताल के दौरान जाट आरक्षण संघर्ष समिति व व्यापार मंडल ने भी समर्थन दिया.
भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष धर्मपाल बाढड़ा व वरिष्ठ नेता कमल सिंह मांढी की अगुवाई में किसान तहसील कार्यालय के समक्ष एकत्रित हुए और एक दिन की भूख हड़ताल शुरू की. किसान संगठनों के गांव बंद के आखिरी दिन किसानों ने केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन करते हुए बाजार बंद करवाया. प्रदर्शन के बाद क्रांतिकारी चौक पर रोष जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूतला फूंका गया.
धरने पर किसानों ने रणनीति बनाते हुए निर्णय लिया कि उनकी मांगों पर सरकार ने कोई संज्ञान नहीं लिया तो दो दिन बाद रणनीति तैयार करते हुए बड़ा आंदोलन शुरू करने पर विचार किया जाएगा. वरिष्ठ नेता कमल सिंह मांढी व जिलाध्यक्ष धर्मपाल बाढड़ा ने कहा कि किसानों के साथ लगातार छलावा किया जा रहा है. ऐसे में किसान आत्महत्या करने पर मजबूर है. अब किसान यूनिय चुप नहीं बैठेंगी और आंदोलन किया जाएगा, वहीं समर्थन देने पहुंचे जाट आरक्षण संघर्ष समिति के जिलाध्यक्ष राजकुमार हड़ोदी व व्यापार मंडल के प्रधान निरंजन ने संयुक्त रूप से कहा कि किसानों की हर मांग का समर्थन करते हुए उनकी लड़ाई में साथ रहेंगे.