मिशन 2019: अमित शाह करेंगे मिलखा और बादल से मुलाकात

खबरें अभी तक। मिशन 2019 के तहत राजनीति में गर्मागरमी का माहौल है। बीजेपी भी इसमें पीछे नहीं है। लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आज चंडीगढ़ में शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल से मुलाकात करेंगे। इस दौरान वह पंजाब में भाजपा की पहुंच बनाने की ओर कदम बढ़ाएंगे। दोनों नेता 2019 लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा करेंगे। यह पहला मौका है, जब दोनों दलों के नेताओं की आमने-सामने इस तरह मुलाकात हो रही है।

शिरोमणि अकाली दल एनडीए का सबसे पुराना साथी है। 1998 में जब अटल बिहारी वाजपेयी सरकार बनाने को लेकर दूसरी पार्टियों का समर्थन जुटा रहे थे। प्रकाश सिंह बादल ने सबसे पहले बिना शर्त भाजपा को समर्थन दिया Amit Shahथा। यही नहीं अकाली-भाजपा गठबंधन में कभी कोई कटुता नहीं देखने को मिली। पंजाब में दोनों दलों ने मिलकर अभी तक तीन कार्यकाल पूरे किए हैं। 2014 में भी अकाली दल के पास सीटें कम होने के बावजूद नरेंद्र मोदी ने हरसिमरत कौर बादल को कैबिनेट में लेकर अपने साथी पर विश्वास जताया।

यह अलग बात है कि दोनों पार्टियों के प्रदेश स्तरीय नेतृत्व में तकरार होती रहती है। अकाली दल पिछले चार साल से यह महसूस कर रहा है कि शीर्ष भाजपा नेतृत्व और केंद्र सरकार ने उन्हें वह सहयोग नहीं दिया, जिसकी उन्हें आस थी। अब कर्नाटक में सरकार बनाने में नाकाम रहने के बाद से अमित शाह पुराने सहयोगियों को मनाने की राह पर चल पड़े हैं।

शिरोमणि अकाली दल के सरपरस्त प्रकाश सिंह बादल के साथ मीटिंग कर अमित शाह भाजपा के सभी लोकसभा प्रभारियों व कोर ग्रुप के साथ बैठक करेंगे। इसमें पार्टी का प्रदेश नेतृत्व पांच सीटों की अकाली दल से मांग कर सकता है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि पार्टी श्री आनंदपुर साहिब और लुधियाना सीटें अकाली दल से लेना चाहती है। उनका कहना है कि दोनों ही सीटें हिंदू प्रभाव वाली हैं। लुधियाना सीट वैसे भी अकाली दल पिछले दो बार से लगातार हार रही है, ऐसे में यह सीट बीजेपी को देकर एक बार नया प्रयोग किया जा सकता है।

इस अभियान को अमित शाह चंडीगढ़ में भी बढ़ाएंगे। चंडीगढ़ में वह पूर्व ओलंपियन बलबीर सिंह से भी मुलाकात करेंगे। इन बैठकों के माध्यम से पार्टी नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियों को लोगों तक पहुंचाना चाहती है