राहुल गांधी का मध्यप्रदेश दौरा, निशाने पर मोदी सरकार

खबरें अभी तक। एमपी में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए सभी राजनीतिक दलों की सरगर्मियां तेज हो रही है। छोटे-छोटे मुद्दों पर राजनीति कर सियासी रोटियां सेंकी जा रही है। वहीं, मंदसौर गोलीकांड की बरसी पर राहुल गांधी मप्र के दौरे पर आ रहे है। ये दौरा कांग्रसियों में नई जान फूंकने का काम करेगा। मंदसौर जिले में छह जून को होने वाली राहुल गांधी की सभा प्रदेश का भविष्य तय करेगी। राहुल के दौरे को लेकर कांग्रेस की तैयारी चरम पर है।

छह जून को मंदसौर त्रासदी को एक साल हो जाएगा। इस दौरान कांग्रेस पार्टी लोहा गरम देखते हुए हथौड़ा मारने का काम करेगी। यानी किसानों के घाव को कुरेदते हुए भाजपा को निशाना बनाएगी। चूंकि, विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। जिसके लिए कांग्रेस का ये हथियार भाजपा का घेराव करने लिए काफी कारगर सिद्ध हो सकता है। किसानों की शहादत की बरसी पर राहुल गांधी का ये दौरा आग में घी डालने का काम करेगा।

राहुल इससे पहले भी किसानों के मुद्दे को लेकर सरकार को घेरते ही आए हैं। हाल ही में दो जून को राहुल ने किसानों की आत्महत्या को लेकर ट्वीट किया था कि ‘हमारे देश में हर रोज 35 किसान आत्महत्या करते हैं। कृषि क्षेत्र पर छाए संकट की तरफ़ केंद्र सरकार का ध्यान ले जाने के लिए किसान भाई 10 दिनों का आंदोलन करने पर मजबूर हैं। हमारे अन्नदाताओं की हक की लड़ाई में उनके साथ खड़े होने के लिए 6 जून को मंदसौर में किसान रैली को संबोधित करूंगा’।

दूसरी ओर केंद्रीय केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा किसान आंदोलन को कांग्रेस का आंदोलन बताये जाने पर कमलनाथ ने कहा, ‘हम किसी किसान संगठन से नही किसानों से जुड़े हैं। कांग्रेस हमेशा किसानों के साथ खड़ी रही है और आगे भी खड़ी रहेगी।’ कमलनाथ ने कहा, ‘राहुल गांधी के 6 जून को मंदसौर आने से बीजेपी में भय का माहौल है और इसी कारण कांग्रेस नेताओं ओर किसानों को धमकाया जा रहा है और उन पर फर्जी मुकदमे भी लादे जा रहे हैं।’

कांग्रेस के चुनावी अभियान की आधारशिला रखने आ रहे राहुल गांधी को टक्कर देने के लिए बीजेपी ने भी कमर कस ली है। यही वजह है कि सीएम शिवराज सिंह 23 जून को होने वाले पीएम मोदी के दौरे की कवायद में जुट गए हैं। संभावना है कि 23 जून को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मप्र के दौरे पर आएंगे। प्रधानमंत्री इंदौर और राजगढ़ में अलग-अलग कार्यक्रमों में शिरकत कर सकते हैं। चुनावी साल में किसान आंदोलन और कांग्रेस के आक्रामक प्रचार से जूझ रही सत्ताधारी बीजेपी अब पीएम मोदी के जरिये कांग्रेस को जवाब देने की तैयारी में जुट गयी है।

प्रदेश में किसानों की शहादत की बरसी पर राहुल गांधी के दौरा को लेकर प्रशासन भी सतर्क है। सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हैं। कोई अनहोनी न हो इसके लिए सुरक्षा के कड़े इंतजामात किए गए हैं। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि राहुल के आने के बाद किसानों का आंदोलन उग्र ना हो जाए, उसके लिए व्यापक प्रबंध किए गए है।