मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने अलगाववादियों को बातचीत के लिए आगे आने के दिए आदेश  

खबरें अभी तक। जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने घाटी को खून-खराबे से बचाने के लिए अलगाववादियों को बातचीत के लिए आगे आने का आदेश दिया हैं। उन्होंने कहा कि एकतरफा रमजान संघर्ष विराम व केंद्र की तरफ से वार्ता का एलान बार-बार नहीं होगा। इस मौके को गंवाना ठीक नहीं हैं। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती रविवार को शेरे कश्मीर म्यूनिसिपल पार्क में सत्ताधारी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं।

बीते छह माह में सत्ताधारी पीडीपी की यह कश्मीर में पहली बड़ी सभा थी। मुख्यमंत्री की भी श्रीनगर में बीते छह माह में यह पहली सार्वजनिक रैली थी। उन्होंने कहा कि रमजान संघर्ष विराम के द्वारा ही खून खराबा रुका है। इसके साथ ही केंद्र की तरफ से बातचीत की इच्छा जताए जाने का कैसे लाभ लिया जाए, यह जम्मू कश्मीर के लोगों और स्थानीय सियासी नेतृत्व को ही तय करना होगा। उन्होंने हुर्रियत का नाम लिए बिना कहा कि यहां मुख्यधारा के दायरे से बाहर कई राजनीतिक दल हैं।

अगर उनकी कोई अलग नीति हैं और वे चाहते हैं कि राज्य में खून-खराबे का अंत हो तो यह एक सही अवसर है।मुख्यमंत्री ने अलगाववादी से कश्मीर के नौजवानों को बंदूक और हिंसा की संस्कृति से बाहर लाने में सहयोग हेतू निवेदन किया। महबूबा ने कहा कि देश के गृहमंत्री राजनाथ का कहना हैं कि वह कश्मीरियों को गले लगाने और उनसे बातचीत को तैयार हैं।साथ ही उन्होनें कहा कि अगर हमने यह मौका गंवा दिया तो फिर भविष्य में कोई भी हमारे साथ खड़ा नहीं होगा।