आईपीएल11वें सीजन फीके पड़े महंगे विदेशी खिलाड़ी

खबरें अभी तक। इंडियन प्रीमियर लीग की सभी टीमें विदेशी बल्लेबाजों पर करोड़ों रुपये लगाती हैं। लेकिन आईपीएल के 11वें सीजन में इन सभी फ्रेंचाइजियों की आंखें खुल गई हैं। क्योंकि सभी विदेशी बल्लेबाज जो करोड़ों रुपये में बिके थे। वो भारतीय पिच पर पूरी तरह से फ्लॉप रहे है। आईपीएल 11 में ये साबित हो गया कि ये खिलाड़ी तेज और बाउंस से भरी पिच पर रन बना सकते हैं लेकिन जैसे ही बात भारत की धीमी पिच पर रन बनाने की आती है वहां इनका बल्ला नहीं चलता।

बिग बैश में गजब का प्रदर्शन लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग में टांय-टांय फिस रहे डार्सी शॉर्ट को राजस्थान रॉयल्स ने 4 करोड़ रुपये देकर खरीदा था। शॉर्ट का बेस प्राइस महज 20 लाख रुपये था। लेकिन उन्हें इससे 20 गुना ज्यादा पैसा मिला। शॉर्ट ने 7 मैचों में 16.42 के औसत से सिर्फ 115 रन बनाए। उनके बल्ले से एक भी अर्धशतक नहीं निकला।

बात करें ग्लेन मैक्सवेल की तो इंडियन प्रीमियर लीग के 11वें सीजन में सबसे खराब प्रदर्शन करने का आरोप इसी बल्लेबाज पर लगा है। मैक्सवेल ने 12 मैचों में 14.08 के औसत से सिर्फ 169 रन बनाए। बिग शो के नाम से मशहूर मैक्सवेल के बल्ले से एक भी अर्धशतक नहीं निकला। मतलब दिल्ली डेयरडेविल्स के 9 करोड़ रु. बर्बाद हो गए।

अब बात करते हैं किंग्स इलेवन पंजाब की पंजाब ने ऑस्ट्रेलिया के टी20 कप्तान को 6 करोड़ 20 लाख रूपये में खरीदा था। लेकिन फिंच के बल्ले से एक भी अर्धशतक नहीं निकला। फिंच ने 10 मैचों में सिर्फ 16.75 के औसत से 134 रन ही बनाए।

पिछले सीजन के मैन ऑफ द टूर्नामेंट और इस साल के सबसे महंगे खिलाड़ी बेन स्टोक्स भी पूरी तरह फ्लॉप रहे। राजस्थान रॉयल्स ने स्टोक्स पर 12 करोड़ रूपये खर्च किए। लेकिन उनके प्रदर्शन ने इस कीमत के साथ न्याय नहीं किया। स्टोक्स ने 13 मैचों में 16.33 के औसत से महज 196 रन बनाए और उन्होंने एक भी फिफ्टी नहीं लगाई। स्टोक्स ने 8 विकेट जरूर झटके लेकिन उनका इकॉनमी रेट 8 से भी ज्यादा का रहा।

डेढ़ करोड़ में बिके इस खिलाड़ी ने पहले मैच में दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए नाबाद 91 रनों की पारी जरूर खेली लेकिन अगले 4 मैचों में वो फ्लॉप रहे।