खबरें अभी तक। कर्नाटक में भले ही बीजेपी की सरकार महज 55 घंटों में गिर गई हो, पर बावजूद इसके भाजपा पीछे हटने को तैयार नहीं है। अब उसने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए अपना प्रत्याशी उतार कर कांग्रेस-जदएस गठबंधन सरकार के लिए नई मुसीबत खड़ी कर दी है। आज दोपहर 12.15 बजे (शुक्रवार) नए स्पीकर का चुनाव होगा। इस चुनाव में भाजपा ने अपने वरिष्ठ नेता एस सुरेश कुमार को प्रत्याशी बनाया है। इससे कुमारस्वामी सरकार को सदन में विश्वास मत जीतने से पहले ही इस शक्ति परीक्षण में खरा उतरना होगा। विश्वास प्रस्ताव पर भी शुक्रवार को ही मतदान होना है।
सुरेश कुमार बेंगलुरु से पांचवीं बार विधायक बने हैं। उन्होंने विधानसभा सचिव एस मूर्ति के समक्ष गुरुवार को नामांकन पत्र दाखिल किया था। दूसरी तरफ कांग्रेस-जदएस गठबंधन ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक रमेश कुमार को अपना प्रत्याशी बनाया है। उन्होंने भी गुरुवार को नामांकन पत्र दाखिल कर दिया था। वे पहले भी 1994-99 तक विधानसभा अध्यक्ष रह चुके हैं। कांग्रेस-जदएस गठबंधन का दावा है कि उसके पास 117 विधायकों का समर्थन है। रमेश कुमार के नामांकन के बाद पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने भाजपा से अपना उम्मीदवार हटा लेने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि यदि चुनाव होता है, तो रमेश कुमार की जीत निश्चित है।
सुरेश कुमार ने कहा कि मैंने कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बीएस येद्दयुरप्पा और अन्य नेताओं के निर्देश पर पर्चा भरा है। विधायकों की ताकत और कई अन्य कारणों से हमारे पार्टी नेताओं को विश्वास है कि मैं चुनाव जीत जाऊंगा। यह पूछने पर कि कैसे जीतेंगे, जबकि भाजपा के 104 ही विधायक हैं? तो कुमार ने कहा कि शुक्रवार दोपहर के बाद सब साफ हो जाएगा।