यूपी: योगी सरकार के स्वास्थय विभाग को लेकर किये वादों की खुली पोल

खबरें अभी तक। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार लाख वायदें कर ले लेकिन प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था बेहतर नहीं होने वाली हैं। स्वास्थ्य विभाग से लगातार उजागर हो रही लापरवाहीयों से योगी सरकार का मंसूबा फेल होता दिख रहा है। इसी क्रम में मऊ जिले के जिला अस्पताल में पिछले दो माह से ऑपरेशन नहीं हो रहा है। क्योकि ऑपरेशन के दौंरान इस्तेमाल होने वाली बेहोशी के इंजेक्शन ही सम्पात हो गया हैं। मांग के बाद भी इसे नही मंगाया जा रहा है। जिस कारण डॉक्टर ऑपरेशन वाले मरीजों को निजी अस्पतालओं में जाने के लिए सलाह बांट रहे हैं।

आपको बता दें कि जिला अस्पताल में पिछले 12 मार्च से ही ऑपरेशन नहीं हो रहे हैं। अस्पताल के भरोसे रहने वाले मरीजों की स्थिति बिगङ़ने की नौबत आ रही हैं। रोजाना जिला अस्पताल में दो से तीन मरीज ऑपरेशन के लिए आते हैं। लेकिन आने वाले मरीजों को निजी अस्पताल में जाने की सलाह दे दी जाती हैं। लेकिन मरीजों के परिजन अपनी गरीबी और निजी अस्पतालों में नहीं इलाज करा पाने का हवाला दे कर डॉक्टरों के सामने अपनी मजबूरी का रोना रो रहे हैं। जिसका कोई नतीजा निकल कर सामनें नही आ रहा हैं। जानकारी के अनुसार अब तक सौं से ज्यादा मरीजों को बेहोशी का इंजेक्शन न होने और दूसरी अव्यवस्थाओं का हवाला देकर वापस किया जा चुका हैं।

ओटी में केवल बवासीर, हर्निया, हाइड्रोशील, अपेंडिक्स, ईएनटी, आर्थापेडिक और छोटे रोगों के माइनर आपरेशन किए जा रहे हैं। जबकि गायनी और पित्त की पथरी सहित कई गंभीर इलाज के भर्ती मरीजों को या तो वाराणसी रेफर किया जा रहा हैं या फिर निजी अस्पतालओं में इलाज कराने का सलाह दिया जा रहा हैं। इसकों लेकर लगातार मांग कि जा रही है। लेकिन समास्या का समाधान अभी तक हल नहीं हो पाया है। जिसके चलते लगातार दिक्कतें आ रही हैं।

इतना ही नहीं ओटी में लगाए गए दो एसी में से एक पछले तीन माह से खराब हैं। बिजली जाने पर वैकल्पिक व्यवस्था के लिए लगाया गया इन्वर्टर पिछले तीन साल से खराब हैं। तीन माह से जनरेटर की केबिल जलने से ऑपरेशन थियेटर में जनरेटर की सप्लाई भी राम भरोसे है। खैर मुख्य चिकित्सा अधिकारी बृज कुमार ने बताया कि कुछ दवाएं उपलब्ध न होने के चलते आपरेशन करने में समस्या आ रही थी। लेकिन सारी व्यवस्थाएं धीरे धीरे बेहतर हो रही हैं।