बंगाली डॉ. के इलाज ने ली 12 वर्षीय मासूम की जान

ख़बरें अभी तक। बहराइच- जिले में झोलाछाप डॉक्टर धड़ल्ले से क्लिनिक चला रहे हैं और सब कुछ जानते बुझते हुए भी स्वाथ्य महकमे के अफसरान इस पर अंकुश नहीं लगा पा रहे हैं. आज एक झोलाछाप डॉ. के गलत इलाज ने 12 वर्षीय मासूम की जान ले ली. मामला थाना हरदी इलाके के महाराजगंज का है. मृतिका के परिजनों की तहरीर पर डॉ. और उसके सहयोगी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है और क्लिनिक को सील कर दिया गया है.

इसे स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही कहें या झोलाछाप डॉक्टरों की विभाग में सांठगांठ जो सख्त आदेशों के बावजूद भी इन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. नतीजा इनके गलत इलाज से आए दिन मरीज़ मौत के मुंह में जा रहे हैं लेकिन किसी को इसकी कोई परवाह नहीं है. जानकारी के मुताबिक हरदी इलाके के मोहरवा बहोरिक गांव की रहने वाली 12 साल की मासूम आंचल को हल्का बुखार था. जिसके चलते वो अपने दादा के साथ महाराजगंज में मौजूद बंगाली डॉ. प्रवीण कुमार विश्वास के क्लिनिक पर ले गए. जहां उनका कम्पाउण्डर क्लीनिक में मरीज़ देख रहा था.

आरोप है कि बच्ची को देखने के बाद कम्पाउण्डर ने फोन पर डॉ. के कहने पर बच्ची को इंजेक्शन लगाया जिसके लगते ही बच्ची ने दो मिनट के भीतर दम तोड़ दिया. बच्ची की मौत से गुस्साएं परिजनों ने तुरंत इसकी सुचना पुलिस को दी लेकिन जब तक पुलिस पहुंचती तब तक सभी लोग क्लिनिक बंद कर फरार हो चुके थे. वहीं पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर मामला दर्ज कर तलाश शुरू की और डॉ. व उसके कंपाउंडर को गिरफ्तार कर लिया साथ ही उसका क्लिनिक सील कर दिया.