खबरें अभी तक। उन्नाव बलात्कार, CBI पर लगाए पीड़िता ने सनसनीखेज आरोप
उल्लेखनीय है कि उन्नाव बलात्कार केस में नया मोड़ आ गया है। पीड़िता के परिवार ने पुलिस पर उनकी शिकायत बदलने का आरोप लगाया है उनके अनुसार जब केस सीबीआई के हवाले किया गया तो पुलिस ने उनकी शिकायत को फर्जी तरीके से बदलकर सीबीआई के अधिकारियों को सौंपा ताकि आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह का पक्ष मजबूत हो सके, व बचाया जा सके।
CBI ने केस को बदलने की कोशिश की
पीड़िता के परिवार का आरोप है कि पुलिस ने फर्जी तरीके से उनकी शिकायत को बदला है। पीड़ित परिवार के मुताबिक बदली हुई शिकायत में पीड़ित परिवार की तरफ से फर्जी अंगूठा और दस्तखत भी किए गए हैं। विधायक कुलदीप सिंह को बचाने के लिये पीड़िता की शिकायत को बदल कर पूरे मामले को बदलने की कोशिश की गई है। ताकि विधायक का पक्ष मज़बूत हो सके।
पिता को बर्बरता से पीटने का आरोप
पीड़िता ने कहा, ‘मुख्यमंत्री से आरोपी विधायक की शिकायत की थी। उन्होंने इंसाफ का भरोसा दिलाया था, लेकिन एक साल हो गया। अब तक कुछ नहीं हुआ। दिल्ली से उसके पिता गांव आए, तो विधायक के लोगों ने उनको बहुत मारा। उनको घसीटकर ले गए ।पीटने के बाद उन्हें अपने घर के बाहर फेंक दिया। इसके बाद उन्हें जेल में बंद कर दिया गया, जहां उनकी मौत हो गई है।
इलाज के दौरान पीड़िता के पिता की मौत
पीड़िता के पिता को पुलिस हिरासत में पेट दर्द के साथ खून की उल्टियां हुई थीं. इस पर उसे तुरंत जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान अगले दिन ही उसकी मौत हो गई। मृतक की उम्र करीब 50 वर्ष थी।मृतक के परिजन ने बीजेपी विधायक पर जेल में हत्या कराने का आरोप लगाया है।
विधायक पर गैंगरेप-हत्या का आरोप
गैंगरेप पीड़िता का आरोप है कि उसके साथ 4 जून 2017 को बीजेपी विधायक कुलदीप और उनके साथियों ने गैंगरेप था। उसने बीजेपी विधायक से रेप का विरोध किया, तो उसने परिवार वालों को मारने की धमकी दी, जब वो थाने में गई तो एफआईआर नहीं लिखी गई। इसके बाद शिकायत बदल दी गई।
हाईकोर्ट का दरवाजा खटकाया पीड़ित परिवार ने हताश होकर सारी शिकायतों के साथ इलाहाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उन्नाव पुलिस और सीबीआई के फर्जीवाड़े की शिकायत करने लिये पीड़ित परिवार इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंच गया है