पूर्व केंद्रीय गृह सचिव जी के पिल्लै ने खोले गृहमंत्रालय के काले कारनामों के राज

खबरें अभी तक।  गृह मंत्रालय से एक बेहद चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. पूर्व केंद्रीय गृह सचिव जी के पिल्लै ने कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय के कुछ अधीनस्थ कर्मी कार्यालय में अश्लील सामग्री देखते थे और इन्हें डाउनलोड करते थे. इसके कारण कम्प्यूटर नेटवर्क में गड़बड़ हो जाती थी. नैसकॉम द्वारा प्रमोटिड गैरलाभ संगठन ‘डेटा सिक्योरिटी काउंसिल आफ इंडिया’ (डीएससीआई) के अध्यक्ष पिल्लै ने कहा, ‘जब मैं करीब आठ नौ साल पहले केन्द्रीय गृह सचिव था तो हर 60 दिन में हमें पूरा कम्प्यूटर गड़बड़ मिलता था.’

पिल्लै ने कहा कि मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी देर शाम तक बैठकों में व्यस्त होते थे, जिसके कारण अधीनस्थ कर्मियों को बैठक के बाद के काम के लिए कार्यालयों में रूकना पड़ता था.

पिल्लै ने यहां पहले ‘फिनसेक कनक्लेव’ में कहा कि इसलिए वे (अधीनस्थ कर्मी) क्या करेंगे? वे जाते हैं और इंटरनेट खोलते हैं और वे अश्लील वेबसाइटों पर चले जाते हैं और वे सभी तरह की चीजों को डाउनलोड करते हैं, जिनके साथ ‘मालवेयर’ (एक तरह का वायरस) भी डाउनलोड हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि मंत्रालय ने भी निर्देश जारी किये और विस्तृत समीक्षा में यह बात सामने आई. उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में सामने आयी है जब कुछ ही दिन पहले कुछ सरकारी वेबसाइटों में संदिग्ध रूप से गड़बड़ी सामने आयी थी. हालांकि सरकार ने बाद में स्पष्ट किया था कि ये वेबसाइटें हैक नहीं हुई थी, बल्कि इसका कारण हार्डवेयर की कोई तकनीकी खामी था.

साइबर सिक्योरिटी चीफ ने भी झुठलाई थी हैकिंग की बात –

रक्षा और गृह मंत्रालय समेत कई सरकारी विभागों की दर्जन भर से अधिक वेबसाइटें शुक्रवार को गड़बड़ियों के चलते प्रभावित हुईं जिसके लिए हैकिंग को जिम्मेदार ठहराया गया लेकिन राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा प्रमुख ने कहा कि ऐसा तकनीकी गड़बड़ी की वजह से हुआ. अधिकारियों ने शुक्रवार रात को बताया कि प्रभावित वेबसाइटों की गड़बड़ियां दूर करने के प्रयास चल रहे हैं.