विधानसभा चुनाव में 65 सीटें जीतेंगे, फर्स्ट क्लास में पास होगी सरकार: रमन सिंह

खबरें अभी तक।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा है कि राज्य में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में सरकार 65 सीटों के साथ प्रथम श्रेणी में पास होगी. मुख्यमंत्री सिंह ने लगभग ढाई महीने तक चले राज्यव्यापी लोक सुराज अभियान के समापन अवसर पर संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनकी सरकार लगातार मेहनत कर रही है तथा अगली परीक्षा कुछ महीनों बाद विधानसभा चुनाव के रूप में होगी. वह लगातार वर्ष 2003, 2008 और वर्ष 2013 में पास हुए हैं. उम्मीद की जा रही है अगली परीक्षा में 65 सीटों के साथ प्रथम श्रेणी में पास होंगे.

उन्होंने कहा कि हम लगातार मेहनत कर रहे है. आचार संहिता लगने तक हमारा रोड मैप तैयार है. एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस का पूरा काम फेसबुक और ट्विटर पर हो रहा है. वह बाहर जाकर पसीना बहाए. सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वर्ष 2003 से चुनौती थी कि कैसे लोगों के जीवन स्तर में सुधार हो. योजनाओं में पारदर्शिता कैसी लाई जाए. और जो भी कार्य किए गए हैं उसका रिजल्ट कैसे देखा जाए. इस तरह वर्ष 2005 से ग्राम सुराज अभियान की शुरुआत हुई और वर्ष 2015 में लोक सुराज अभियान की. इस दौरान लोगों से मुलाकात की गई, उनकी समस्याओं को सुना गया और कई योजनाएं भी इसी दौरान लाई गई.

सिंह ने कहा कि पहले ज्यादतर बेटियां स्कूल छोड़ देती थी. तब सरस्वती साइकिल योजना की शुरुआत की गई. इस योजना का लाभ मिल रहा है.जो बेटियां स्कूल छोड़ देती थी वह अब स्कूल जा रही है. स्कूलों की संख्या बढ़ी है. उन्होंने कहा कि राज्य में शिशु मृत्यु दर और मातृ मृत्यु दर में गिरावट आई है. कुपोषण में कमी आई है. प्रत्येक क्षेत्र में लोगों के जीवन स्तर में सुधार आया है. उच्च शिक्षा में बढ़ोतरी हुई है. तकनीकि शिक्षा का विकास हुआ है.

छत्तीसगढ़ के शतप्रतिशत घरों में बिजली पहुंचाकर देना है. लगभग पूरी आबादी के पास इलाज के लिए स्मार्ट कार्ड है. किसानों को राहत देने का काम हो रहा है. सिंह ने बताया कि अभियान के दौरान अधिक संख्या में प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए आवेदन आए थे. राज्य में शिकायतों में 19 प्रतिशत की कमी आई और मांग छह प्रतिशत बढ़ी है. यह सरकार के प्रति विश्वास प्रकट करता है. सिंह ने कहा कि बस्तर क्षेत्र में लगातार सड़कें बन रही है. सड़क के निर्माण में बहुत बड़ा संघर्ष है. लेकिन जीवटता के साथ सड़कों को लगातार बनाया जा रहा है. सबसे बेहतर काम यहां के आदिवासी क्षेत्रों में हो रहा है. वहां स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में भी बेहतर कार्य किया जा रहा है.