प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं के दावे खोखले साबित हुए

खबरें अभी तक। उत्तरी भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता श्री चिंतपूर्णी में शुक्रवार को 35 हजार श्रद्धालुओं ने माता की पावन पिंडी के दर्शन किए। देर रात ही माता के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए थे। बावजूद इसके श्रद्धालुओं की कतारें सुबह तक पुराना बस अड्डा पार कर चुकी थीं। गौर है कि बीते नवरात्रों से ज्यादा श्रद्धालुओं की भीड़ 3 दिनों से देखने को मिल रही है। मात्र 3 दिनों में लाखों श्रद्धालु माता के चरणों में नतमस्तक हो चुके हैं।

श्रद्धालुओं के लिए की जा रही सुविधाओं के दावे खोखले 
मन्दिर ट्रस्ट द्वारा श्रद्धालुओं को दी जाने वाली सुविधाएं रामभरोसे ही हैं। आज नहीं, बीते 3 दिनों से मन्दिर प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं के लिए की जा रही सुविधाओं के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। कतारों में माता के दर्शनों को लगे श्रद्धालुओं को नंगे पांव सड़क पर खड़े होने पर मजबूर होना पड़ा। हालांकि गर्मी की तपिश से बचने के लिए मन्दिर ट्रस्ट द्वारा टैंटों का प्रबंध किया जाता था, लेकिन शुक्रवार को ऐसा कुछ प्रबंध देखने को नहीं मिला, जिससे श्रद्धालुओं को नंगे पांव खुले आसमान के नीचे खड़ा होने पर मजबूर होना पड़ा।