पेपर लीक मामले में नहीं थम रहा छात्रों का गुस्सा, CBSE हेडक्वॉर्टर के बाहर विरोध-प्रदर्शन

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के प्रश्न-पत्रों के लीक मामले में पुनर्परीक्षा की घोषणा होने के एक दिन बाद शनिवार (31 मार्च) को भी छात्रों का प्रदर्शन थमा नहीं है. दसवीं के गणित और 12वीं कक्षा के अर्थशास्त्र विषयों के पर्चे लीक होने के विरोध में छात्रों के एक समूह ने शनिवार (31 मार्च) को यहां प्रीत विहार में स्थित केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के कार्यालय के पास प्रदर्शन किया. दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘छात्रों ने सीबीएसई कार्यालय के सामने सड़क अवरुद्ध करने की कोशिश की. करीब 25-30 छात्रों का एक समूह सीबीएसई कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहा है.’’

पेपर लीक मामले में दिल्ली पुलिस ने दो मामले दर्ज किए हैं. अर्थशास्त्र का पेपर लीक होने के संबंध में पहला मामला 27 मार्च को और गणित का पेपर लीक होने का मामला 28 मार्च को दर्ज किया गया. सीबीएसई के 12वीं बोर्ड की अर्थशास्त्र और 10वीं बोर्ड की गणित की परीक्षा क्रमश: 26 मार्च और 28 मार्च को हुई थी. मामले की जांच के लिए पुलिस के दो उपायुक्तों, चार सहायक पुलिस आयुक्तों और पांच निरीक्षकों का एक विशेष जांच दल गठित किया गया है. यह दल संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) की निगरानी में काम कर रहा है.

सीबीएसई 12वीं की पुनर्परीक्षा 25 अप्रैल को, 10वीं की पुनर्परीक्षा मात्र दिल्ली, एनसीआर में

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के प्रश्न-पत्रों के लीक होने तथा दोबारा परीक्षा कराने के विरोध में राष्ट्रव्यापी प्रदर्शनों के बीच सरकार ने शुक्रवार (30 मार्च) को कहा कि 12वीं के अर्थशास्त्र की पुनर्परीक्षा देशभर में 25 अप्रैल को आयोजित की जाएगी. जबकि 10वीं के गणित की दोबारा परीक्षा मात्र दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) और हरियाणा में जुलाई के महीने में कराई जाएगी. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय में स्कूली शिक्षा सचिव अनिल स्वरूप ने कहा कि सीबीएसई 10वीं के गणित का प्रश्न-पत्र मात्र दिल्ली और हरियाणा में ही लीक हुआ था, क्योंकि इसके राष्ट्रीय स्तर पर लीक होने के कोई सबूत नहीं मिले हैं.