आंबेडकर के सही नाम अंकित करने पर सरकार का किया स्वागत : राज्यपाल राम नाईक

खबरें अभी तक।  उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने प्रदेश के समस्त अभिलेखों में भारतीय संविधान के शिल्पी डॉ.भीमराव रामजी आंबेडकर के सही नाम अंकित करने के शासनादेश को उपयुक्त बताते हुए राज्य सरकार के निर्णय का स्वागत किया है।

राज्यपाल ने बताया कि कुलाधिपति के रूप में उन्होंने पाया कि आगरा विश्वविद्यालय का नाम ‘डॉ0 भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा’अंकित है,  जबकि‘भारत का संविधान’की मूल प्रतिलिपि (हिन्दी संस्करण) के पृष्ठ 254 में डॉ आंबेडकर ने हस्ताक्षर करते हुए‘डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर’लिखा है।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम 1973 में उनका नाम हिन्दी में‘डाक्टर भीमराव अंबेडकर’तथा अंग्रेजी में डाक्टर भीमराव अंबेडकर लिखा है जो कि उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर के स्थान पर‘डॉ.’एवं अंग्रेजी में‘ष्ठह्म्.’लिखना पर्याप्त होगा तथा भीम राव दो शब्द नहीं है बल्कि‘भीमराव’एक शब्द है। इसी प्रकार‘अंबेडकर’के स्थान पर‘आंबेडकर’लिखना उचित होगा। अंग्रेजी में डॉ0 आंबेडकर अपना नाम डॉ.बी आर अांबेडकर लिखते थे।