रोहतांग के दोनों छोर जुड़ने को हुए बेकरार

खबरें अभी तक।  दिसम्बर महीने से बंद पड़ा रोहतांग दर्रा शीघ्र बहाल होने जा रहा है। दर्रे के दोनों छोर जुड़ने को बेकरार हैं। बी.आर.ओ. ने रोहतांग दर्रे की विधिवत बहाली 12 मार्च को शुरू की थी। इस बार पहाड़ों पर बर्फबारी न के बराबर हुई है लेकिन दर्रे पर बर्फ  के ढेर लगे हुए हैं। रोहतांग हालांकि सैलानियों के लिए अभी बहाल नहीं होगा लेकिन लाहौल की ओर जाने वाले लोग वाहन द्वारा दर्रा आर-पार कर सकेंगे।

विधिवत शुरूआत करने के दिन बी.आर.ओ. ने मार्च लास्ट में दर्रा की बहाली का लक्ष्य रखा था जिसका पीछा करते हुए बी.आर.ओ. वीरवार को रोहतांग जा पहुंचा है। लाहौल की ओर से तो गाड़ियां रोहतांग तक पहुंच गई हैं, लेकिन मनाली की ओर से लगभग 3 किलोमीटर बहाली शेष रह गई है। बी.आर.ओ. का दावा है कि रोहतांग के दोनों छोर को 31 मार्च से पहले जोड़ दिया जाएगा, जबकि उसके 2 दिन बाद छोटे वाहन भी दर्रे के आर-पार हो सकेंगे। बी.आर.ओ. की मानें तो रोहतांग दर्रे में 6 से 8 फुट तक बर्फ की मोटी परत बिछी हुई है।

लाहौल से मनाली आए ग्रामीण आशु बौद्ध मनु ने बताया कि कोकसर की ओर से वाहन रोहतांग दर्रे के छोर तक पहुंच रहे हैं। बी.आर.ओ. और प्रशासन की सहमति के अनुसार 5 वाहन ही पैदल राहगीरों के लिए मनाली से रोहतांग की ओर भेजे जा रहे हैं। बी.आर.ओ. के कमांडर कर्नल ए.के. अवस्थी ने कहा कि बी.आर.ओ. के डोजर दोनों ओर से रोहतांग दर्रे पर जा पहुंचे हैं। 2 बार बर्फबारी होने से बी.आर.ओ. की मार्ग बहाली प्रभावित हुई है। मौसम की परिस्थितियां ठीक रहीं तो बी.आर.ओ. अप्रैल के पहले सप्ताह रोहतांग दर्रे को वाहनों के लिए बहाल कर देगा।