फेसबुक के 33 वर्षीय सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने फैसला किया है कि सीनेट के समक्ष पेश होंगे और अपना पक्ष रखेंगे। फिलहाल इसके लिए फेसबुक अपनी रणनीति बना रहा है। फेसबुक सूत्रों ने सीएनएन मनी को बताया कि जुकरबर्ग के जवाब देने के फैसले से गूगल सीईओ सुंदर पिचाई और ट्वीटर सीइओ जैक डोर्सी पर भी ऐसा ही करने का दवाब बनेगा। सीनेट के चेयरमैन चक ग्रैसले ने तीनों सीईओ को आधिकारिक तौर पर 10 अप्रैल को न्यायपालिका से जुड़ी सीनेट के सामने पेश होने और अपना बयान देने के लिए कहा है।
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बयान में कहा गया, ‘समिति इस बात की भी जांच करेगी कि उपभोक्ताओं की निजी जानकारियों का गलत इस्तेमाल और उनका अवैध रूप से वितरण हो जाने के बाद फेसबुक जैसी कंपनी कौन से कदम उठा सकती है। साथ ही इसे भी देखा जाएगा कि सोशल मीडिया का स्वामित्व रखने वाली कंपनियां अपने यूजर्स का डाटा कैसे सुरक्षित और उसे ज्यादा पारदर्शी बनाए रख सकती हैं।’